बिहार के गोपालगंज जिले के विजयीपुर थाना क्षेत्र से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है. एक शिक्षक के पुत्र के अपहरण मामले में जो सच सामने आया वह हैरान कर देने वाला था. बताया जा रहा है कि शिक्षक के पुत्र ने स्वयं इस साजिश को अंजाम दिया था. पुलिस ने इस मामले का पर्दाफाश करते हुए शिक्षक पुत्र और उसके एक सहयोगी को पकड़ा है. पुलिस के अनुसार, विजयीपुर थाना क्षेत्र के जगदीशपुर गांव के रहने वाल कुमार मांझी मिडिल स्कूल सारुपाई में शिक्षक हैं. उन्होंने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई कि 14 अगस्त को पुत्र हेमंत मांझी स्कूल को गया, मगर वह घर नहीं लौटा. इसके बाद पुलिस को फोन पर सूचना दी गई कि उनके बेटे हेमंत का अपहरण हो गया है. उनसे एक लाख रुपये की फिरौती डिमांड की गई. इसके साथ एक बैंक अकाउंट भी दिया गया.
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खास जांच दल का गठन किया गया
इस सूचना के बाद अशोक मांझी ने तुरंत दिए गए अकाउंट नंबर में दस हजार रुपये की राशि को भेज दिया. इसके बाद उन्होंने सूचना पुलिस में दी. पुलिस ने मामले को दर्ज करके जांच आरंभ कर दी है. मामले की गंभीरता को देखकर पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर हथुआ के अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी आनंद कुमार गुप्ता की अगुवाई में खास जांच दल का गठन किया गया. जांच के क्रम में एसआईटी को अपहृत हेमंत का लोकेशन यूपी में मिला. पुलिस ने हेमंत और उसके दोस्त राजन को यूपी के देवरिया से पकड़ा.
दोस्त राजन कुमार भी साथ दे रहा था
हथुआ के अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी आनंद कुमार गुप्ता ने मामले का पर्दाफाश करते हुए शुक्रवार को जानकारी दी कि 14 अगस्त को हेमंत कुमार मांझी नाम के लड़के ने अपने दोस्त राजन कुमार के साथ मिल अपहरण का नाटक किया. इसके बाद उसने पिता से एक लाख रुपये की फिरौती मांगी. अपहरण की झूठी साजिश में हेमंत के संग उसका दोस्त राजन कुमार भी साथ दे रहा था.
पुलिस के अनुसार, अपहृत हेमंत कुमार मांझी ने खुद के अपहरण की साजिश रची थी. वह बार-बार अपने पापा से पैसे की डिमांड कर रहा था. इसके बाद उसने खुद के अपहरण की राजिश रचि. उसके दोस्त ने एक लाख की डिमांड की. इस केस में पुलिस ने दो मोबाइल फोन और जिस सिम कार्ड से फिरौती मांगी गई थी, उसे बरामद कर लिया है. पुलिस आगे की कार्रवाई कर रही है.