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UP: बहराइच में अचानक कैसे आक्रामक हो गए भेड़िये? जिन्होंने ले ली 6 लोगों की जान, अधिकारियों ने बताई ये वजह

Bahraich Bhediya Attack: बहराइच में इनदिनों भेड़ियों का आतंका फैला हुआ है. भेड़ियों ने अब तक 6 लोगों को अपना शिकार बना लिया है. अब भेड़ियों के हमले को लेकर वन्य जीव वैज्ञानिकों ने कुछ वजहें बताई हैं. उनका कहना है कि भेड़िया बदला लेने की वजह से भी ऐसा कर सकते हैं.

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Suhel Khan
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Bahraich Bhediya Attack: उत्तर प्रदेश के बहराइच में इनदिनों भेड़ियों ने आतंक मचा रखा है. वन विभाग के अधिकारी भी भेड़ियों के आतंक से परेशान है. इन आदमखोर भेड़ियों ने अब तक कम से कम छह लोगों की जान ले ली है. जबकि वन विभाग की टीम अब तक चार भेड़ियों को पकड़ने में सफल हो पाई है. वन विभाग की टीमों ने नेपाल सीमा के पास तक जाल बिछा रखे हैं बावजूद इसके भेड़ियों के हमले जारी हैं.

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वहीं भेड़ियों के इंसानों पर अचानक हमला बढ़ने की वजह क्या हो सकती है. इसे लेकर सिर्फ अटकलें ही लगाई जा रही हैं कि आखिर भेड़िये इतने आक्रामक कैसे हो गए जिन्होंने इंसानी बस्तियों पर हमला करना शुरू कर दिया. बता दें कि भेड़ियों के आतंक से बहराईच की महसी तहसील के 50 गांवों के 15,000 लोग खौफ में जी रहे हैं.

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क्यों इंसानी बस्तियों पर हमला कर रहे भेड़िये

भेड़ियों के इंसानी बस्तियों को निशाना बनाने के पीछ कई वजह मानी जा रही हैं. भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान (आईवीआरआई), बरेली के वन्यजीव केंद्र के प्रधान वैज्ञानिक और प्रभारी डॉ. एएम पावड़े का कहना है कि ऐसी संभावना है कि सभी हमलों के पीछे अकेले भेड़िये नहीं हो सकते हैं. उन्होंने कहा कि हनी बेजर्स, जिन्हें स्थानीय भाषा में 'कबरा बिज्जू' कहा जाता है, भी कुछ हमलों के पीछे हो सकते हैं. उन्होंने कहा कि, "आठ पीड़ितों में से कम से कम एक पर हमले की प्रकृति भेड़ियों द्वारा छोड़े गए हमले से अलग पैटर्न की ओर इशारा करती है. जो आमतौर पर अपने शिकार पर पैर की अंगुली से हमला करते हैं या पैर के पीछे की नस को निशाना बनाते हैं."

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'बदला लेने की वजह से बढ़ सकते हैं हमले'

डॉ. एएम पावड़े ने कहा कि, "लेकिन बहराईच पीड़ितों में से एक लड़की की नाक का कुछ हिस्सा खा लिया गया." बहराइच के गांवों में अचानक से भेड़ियों के इंसानों पर हमला करने को लेकर उन्होंने तर्क दिया कि, "भेड़ियों में बदला लेने की प्रवृत्ति होती है. ये मामला बदला लेने के साथ-साथ वन्यजीव वन क्षेत्र में बढ़ते मानव अतिक्रमण का भी प्रतीत होता है."

उन्होंने कहा कि, "भेड़िये बेहद संवेदनशील होते हैं. मैदान पर काम करने वाली टीमें अब भेड़ियों में से एक के लंगड़े होने की संभावना पर विचार कर रही हैं, जो अतीत में उनके क्षेत्र में प्रवेश करने पर मनुष्यों द्वारा हमला किए जाने का संभावित परिणाम हो सकता है. यह भेड़िया झुंड का नेता अल्फ़ा भेड़िया हो सकता है."

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डॉ. पावड़े ने कहा कि यह सिद्धांत इस सिद्धांत को विश्वसनीयता प्रदान करता है कि भेड़ियों का एक झुंड उस व्यक्ति के प्रति वफादार है जिस पर अतीत में हमला किया गया था और जो अब आसपास की मानव आबादी को निशाना बना रहे हैं." उन्होंने कहा कि, "दूसरी संभावना यह भी है कि कुछ लोगों को अपने बच्चों को नुकसान पहुंचाते देखकर भेड़िये आक्रामक हो गए."

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