10 कॉन्स्टेबलों (Constable) को चौबेपुर पुलिस स्टेशन में ट्रांसफर किया गया है. आईजीपी कानपुर मोहित अग्रवाल (Mohit Aggarwal) के अनुसार, पुलिस स्टेशन के सभी कर्मियों को जांच के दायरे में लिया गया है. कानपुर एनकाउंटर मामले को लेकर सभी पुलिसकर्मियों को जांच के दायरे में लिया गया है. वहीं चौबेपुर पुलिस स्टेशन के विनय तिवारी को सस्पेंड कर दिया गया है. वहीं दूसरी तरफ कानपुर एनकांउटर केस में कई पुलिसकर्मियों की भूमिका संदिग्ध बताई जा रही है. जिसमें कई अधिकारी भी हैं. इस बीच अब कानपुर सिटी के पूर्व एसएसपी अनंत देव की भूमिका पर सवाल उठ रहे हैं. एनकाउंटर में शहीद सीओ देवेंद्र मिश्रा की रिपोर्ट वायरल होने के बाद पूर्व एसएसपी अनंत देव की भूमिका संदिग्ध बताई जा रही है. कहा जा रहा है कि अगर सीओ की रिपोर्ट पर कार्रवाई होती तो शायद इतनी बड़ी घटना न घटती.
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पूर्व एसएसपी अनंत देव के खिलाफ कार्रवाई की मांग
आईपीएस अधिकारी अमिताभ ठाकुर ने पूर्व एसएसपी अनंत देव के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है. अनंत देव मौजूदा समय में डीआईजी एसटीएफ के पद पर तैनात हैं. अमिताभ ठाकुर ने डीजीपी हितेश चंद्र अवस्थी को पत्र लिखकर क्षेत्राधिकारी बिल्हौर देवेंद्र मिश्रा के वायरल पत्र का हवाला देते हुए पूर्व एसएसपी अनंत देव की जांच कराए जाने की मांग की है. सीओ के पत्र में चौबेपुर थानाध्यक्ष विनय तिवारी और विकास दुबे के संबंधों का जिक्र है. विनय तिवारी पर विकास के खिलाफ दर्ज मुकदमों में से गंभीर धाराओं को हटवाने का भी आरोप है. एसएसपी को लिखे पत्र में सीओ बिल्हौर ने लिखा है कि विकास दुबे जैसे अपराधी के खिलाफ थानाध्यक्ष द्वारा सहानुभूति बरतना व अब तक कार्रवाई न कराना विनय तिवारी की सत्यनिष्ठा को पूरी तरह संदिग्ध करता है.
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...तो गंभीर घटना घटित हो सकती है
सीओ ने विनय तिवारी और विकास दुबे के यहां आने जाने का भी जिक्र किया है. पत्र में लिखा था कि यदि थानाध्यक्ष ने अपने कार्य प्रणाली में परिवर्तन न किया तो गंभीर घटना घटित हो सकती है. उन्होंने विकास पर दर्ज मुकदमे की धाराओं में से धारा 386 हटाए जाने और मुकदमे में कार्रवाई ने करने पर विनय तिवारी के खिलाफ कार्रवाई की संस्तुति की थी. लेकिन अनंत देव ने विनय तिवारी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई. देवेंद्र मिश्रा की ओर से लिखा गया यह पत्र वायरल हो गया है. इसी पत्र के आधार पर अनंत देव के द्वारा कार्रवाई न करने को लेकर अब उनपर निशाना साधा जा रहा है. इसी को लेकर आईजी नागरिक सुरक्षा अमिताभ ठाकुर ने डीजीपी से कार्रवाई की मांग की है.