जज्बा और जुनून हो तो हर मुकाम हासिल किया जा सकता है. यही बात बीमारी पर भी लागू होती है. आगरा की रहने वाली 104 वर्षीय महिला ने कोरोना को मात देकर दिखाया है कि उम्र किसी की मोहताज नहीं है. बीमारी से निजात केवल इच्छा शक्ति से मिल पाई है. बुजुर्ग महिला को शनिवार को नोएडा के जेपी अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया. हालांकि, उनकी 60 वर्षीय बेटी अभी भी कोरोना से जंग लड़ रही हैं.
दरअसल, 103 वर्षीय महिला स्वंत्रता सेनानी पंडित भूप सिंह शर्मा की पत्नी हैं और उनमें अब कोरोना के लक्षण नहीं हैं जिसकी वजह से उन्हें अस्पताल से डिस्चार्ज किया गया है. जेपी अस्पताल के डॉ शैलेंद्र गोयल ने आईएएनएस को बताया कि, बुजुर्ग महिला की उम्र 104 वर्ष है और वो कोरोना संक्रमित हुई थीं जब वो अस्पताल में भर्ती हुई तो उन्हें ऑक्सीजन की जरूरत थी. हमने उन्हें कल ही डिस्चार्ज किया है और उनकी हालत ठीक है, वो बातें कर पा रहीं हैं और ठीक से खाना भी खा पा रहीं हैं.
उन्होंने बताया, उनकी बेटी अभी भी अस्पताल में भर्ती है, वहीं हफ्ते भर के अंदर उन्हें भी डिस्चार्ज कर दिया जाएगा. हमने बुजुर्ग महिला को एक पॉलिसी के तहत डिस्चार्ज किया है जिसमें 10 दिन में यदि मरीज में कोरोना के लक्षण नहीं दिखते हैं तो उन्हें डिस्चार्ज किया जा सकता है, बिना रिपोर्ट के भी. हालांकि बुजुर्ग महिला नोएडा में अपने बेटी के यहां होम आइसोलेशन में हैं जहां उनका आगे का उपचार किया जा रहा है.
Source : IANS/News Nation Bureau