उत्तर प्रदेश में देर रात आंधी-बारिश और ओलावृष्टि से भारी नुकसान हुआ है. इस दौरान प्रदेश के मैनपुरी,कासगंज और एटा में आकाशीय बिजली गिरने समेत विभिन्न घटनाओं में 19 लोगों की मौत हो गई, जबकि 48 घायल हुए हैं. मैनपुरी जिले में सबसे ज्यादा 6 लोगों की मौत हुई है.
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मैनपुरी के ग्राम लुखरपुरा के एक मकान की दीवार ढहने से उसकी चपेट में आकर हिमांशु, माया देवी की मौत हो गई. वहीं कुरावली के ही ग्राम नगला छिद्दू में बिजली की चपेट में आकर कृष्णकांत की मौत हो गई. जबकि अन्य निवासी किरन की बिजली गिरने से मौत हो गई. बिछवा क्षेत्र के ग्राम जगतपुर निवासी राजेश की पेड़ गिरने के दौरान उसकी चपेट में आने से मौत हो गई. वहीं गांव बरा सूरजपुर में सुनैना की छज्जा गिरने से मौत हो गई.
कासगंज में विभिन्न घटनाओं में तीन लोगों की मौत हो गई. यहां विदौनी में लालाराम की मौत पेड़ गिरने के दौरान उसकी चपेट में आने से हो गई. गांव के ही दरियाब सिंह की मौत दीवार के नीचे दबकर हो गई. फतेहपुर कलां में गेट गिरने से भगवान नाम के व्यक्ति की मौत हो गई.
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एटा में भी इस दौरान खराब मौसम के कारण हुई विभिन्न घटनाओं में तीन की मौत हो गई. यहां थाना बागवाला क्षेत्र के नगला भम्भा निवासी दिनेश की बिजली गिरने से मौत हो गई. वहीं गांव धरमपुर में दीवार गिरने से मेघा की मौत हो गई. थाना पिलुआ क्षेत्र के गांव धरमपुर में भी दीवार गिरने से गीतम सिंह की पुत्री नेहा की मौत हो गई.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आंधी-तूफान से प्रभावित लोगों को तत्काल राहत पहुंचाने के निर्देश दिए हैं. प्रभावित जिलों के जिलाधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि जन हानि, पशु हानि एवं मकान क्षति से प्रभावित व्यक्तियों को 24 घंटे के भीतर सहायता राशि उपलब्ध कराई जाए. आपदा में मारे गए मृतक के आश्रितों को चार-चार लाख रुपये की सहायता उपलब्ध कराने को कहा गया है.
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