उत्तर प्रदेश (Uttar pradesh) से इस वक्त बड़ी खबर आ रही है. आधी रात में 14 आईपीएस बदल दिए गए. सोमवार देर रात को 14 आईपीएस अधिकारी का तबादला कर दिया गया है. इसके साथ ही 69 हजार शिक्षक भर्ती घोटाले (Scam) का भंडाफोड़ करने वाले SSP सत्यार्थ अनिरुद्ध हटाए गए. सरकार ने SSP सत्यार्द्ध अनिरुद्ध समेत 14 आईपीएस अधिकारियों का तबादला कर दिया. इन आईपीएस अधिकारियों का फर्जीवाड़ा का खुलासा करने में बड़ा हाथ था. लंबी जांच के बाद खुलासा हुआ कि शिक्षक भर्ती, स्वास्थ्य विभाग और यूपी सचिवालय में फर्जी तरीके से नियुक्ति की गई थी. इसके बाद कई शिक्षक और कर्मचारियों को बर्खास्त कर दिया था.
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बीएड की फर्जी डिग्री के आधार पर शिक्षकों को बेसिक में नौकरी मिल गई
वहीं यूपी बेसिक शिक्षक भर्ती (Uttar pradesh Basic Teacher) मामले में बड़ा खुलासा हुआ है. लगभग 4 हजार शिक्षकों को फर्जी डिग्री (Fake Degree) के आधार पर सरकारी नौकरी मिली थी. उत्तर प्रदेश की आगरा यूनिवर्सिटी की 2004-05 बीएड की फर्जी डिग्री के आधार पर शिक्षकों को बेसिक में नौकरी मिल गई थी. जुलाई 2018 में तत्कालीन अपर मुख्य सचिव (बेसिक) प्रभात कुमार ने जिलाधिकारियों से कहा था कि वे एडीएम की अगुआई में कमिटी बनाकर 2010 के बाद बेसिक में हुईं सभी भर्तियों की जांच करें.
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बेसिक विभाग ने वसूली की दी नोटिस
वहीं 2.25 लाख से अधिक पद जांच के दायरे में थे. फर्जीवाड़े की जांच बाद में एसआईटी (SIT) को दे दी गई थी. जांच के आधार पर अब तक 1701 शिक्षकों को बर्खास्त किया जा चुका है. इसके बाद बेसिक शिक्षा विभाग ने सख्ती करनी शुरू कर दी. फर्जी डिग्री से जिसने भी नौकरी ली थी, सबको विभाग ने वसूली का नोटिस दे दिया है. शिक्षकों ने सरकार से जो भी वेतन या दूसरे मदों में भत्ते लिए हैं, उन सबकी वसूली शिक्षकों से ही हो रही है.
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स्वास्थ्य विभाग (Health Department) में नियुक्ति को लेकर फर्जीवाड़ा
वहीं दूसरी तरफ मिर्जापुर में फर्जी डिग्री के आधार पर स्वास्थ्य विभाग (Health Department) में नियुक्ति को लेकर फर्जीवाड़ा की गई है. जांच में दोषी पाए जाने पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी ओपी तिवारी ने सभी कर्मचारियों को बर्खास्त कर दिया है. स्वास्थ्य विभाग में फर्जी ढंग से नियुक्ति पाकर नौकरी कर रहे 64 लोगों को मुख्य चिकित्सा अधिकारी ओपी तिवारी ने शासन के आदेश पर बर्खास्त कर दिया है. सीएमओ ने बताया कि विभिन्न जिलों में तैनात इन कर्मचारियों को हटाने के लिए संबंधित जिलों के मुख्य चिकित्सा अधिकारी को लिखा गया है.
पशुपालन विभाग में करोड़ों का टेंडर दिलाने के नाम पर ठगी
वहीं पशुपालन विभाग में करोड़ों का टेंडर दिलाने के नाम पर ठगी का मामला सामने आया है. पुलिस ने ठगी में शामिल तीन जालसाजों को गिरफ्तार किया है. UPSTF ने अनिल राय समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया है. अनिल के साथ रूपक राय, उमाशंकर तिवारी भी दबोचे गए हैं. FIR दर्ज होने के बाद 7 जालसाज गिरफ्तार किए गए हैं.