उत्तर प्रदेश के इटावा में कैदियों के संघर्ष में डिप्टी जेलर सहित 14 जेल कर्मी घायल, रॉड-पत्थर से किया हमला

जेलर ने बताया कि स्थिति को नियंत्रित करने के लिए जेल स्टाफ ने हल्का बल प्रयोग किया. घटना की जांच की जा रही है.

author-image
Sushil Kumar
एडिट
New Update
प्रतीकात्मक फोटो

प्रतीकात्मक फोटो( Photo Credit : फाइल फोटो)

Advertisment

जिला जेल में बुधवार की शाम कैदियों के संघर्ष में डिप्टी जेलर सहित 14 जेल कर्मी घायल हो गए. जेलर राज किशोर सिंह ने बताया कि कैदियों ने जेल कर्मियों पर छड़ी और पत्थरों से उस समय हमला किया, जब कैदियों को बैरक में रखा जा रहा था. हमले में डिप्टी जेलर जगदीश सिंह सहित 14 जेल कर्मी घायल हो गए. जेलर ने बताया कि स्थिति को नियंत्रित करने के लिए जेल स्टाफ ने हल्का बल प्रयोग किया. घटना की जांच की जा रही है.

यह भी पढ़ें- राजस्थान में एक आदमी से 17 करीबी लोग हुए कोरोना संक्रमित, कुल आंकड़ा 2000 के पार

97 कैदियों को आठ हफ्तों के लिए रिहा कर दिया गया

वहीं इससे पहले लखनऊ जेल से 97 कैदियों को आठ हफ्तों के लिए रिहा कर दिया गया. दरअसल कोरोना वायरस को लेकर सुप्रीम कोर्ट में एक रिट दाखिल की गई थी. इस मामले में सुप्रीम कोर्ट ने स्वतः संज्ञान लेते हुए जेलों में भीड़भाड़ कम करने के लिए राज्यों को निर्देश दिए थे. सुप्रीम कोर्ट ने सभी राज्यों को एक कमेटी बनाकर 7 साल से कम की सजा पाए कैदी, बंदियों को जमानत और पैरोल पर छोड़ने के निर्देश दिए थे.

यह भी पढ़ें- पाकिस्तानी क्रिकेटर पर रहा है तब्लीगी जमात का असर, आ चुके हैं दिल्ली मरकज

कैदियों को तत्काल छोड़ने का निर्देश दिया

सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के बाद उत्तर प्रदेश में भी कैदियों को रिहा करने के लिए एक कमेटी का गठन किया था. इसमें हाईकोर्ट के जज सहित अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी और डीजी जेल आनंद कुमार बैठक में शामिल हुए थे. कमेटी के सुझाव के बाद यूपी की 71 जेलों में बंद 8500 विचाराधीन बंदी और 2500 सज़ायाफ्ता कैदियों को 8 हफ्तों के लिए तत्काल छोड़ने का निर्देश दिया था.

जमानत पर छोड़े जाएंगे 8500 विचाराधीन कैदी

उत्तर प्रदेश की जेलों में सात साल के कम की सजा पाए 8500 विचाराधीन बंदियों को अंतरिम जमानत और निजी मुचलके पर छोड़ा जा रहा था. इसके साथ ही सात साल से कम की सजा पाए 2500 सजायाफ्ता कैदियों को 8 हफ्ते की पैरोल पर छोड़ा गया. दरअसल सुप्रीम कोर्ट ने यह आदेश जेल में क्षमता से अधिक कैदियों के होने के कारण लिया. प्रदेश की जेलों में 1.1 लाख कैदी बंद है जबकि क्षमता सिर्फ 60 कैदियों की है.

Source : News Nation Bureau

Uttar Pradesh district jail injured jail Jailer Etawah District Forest Officer
Advertisment
Advertisment
Advertisment