जब एक 14 वर्षीय लड़के ने तीन युवाओं के लिए ड्रग कूरियर के रूप में काम करने से मना किया तो उन्होंने उसके मुंह में तेजाब डाल दिया. लड़के की बोलने की क्षमता आंशिक रूप से खत्म हो गई है और वर्तमान में लखनऊ के बलरामपुर अस्पताल में उसका इलाज चल रहा है.
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रिपोर्ट के मुताबिक, मेदियां पुलिस स्टेशन के तहत फैजुल्लागंज में बुधवार को यह वारदात हुई. मामला गुरुवार को उस वक्त सामने आया तब पीड़ित के परिवार वालों ने प्राथमिकी दर्ज कराई. रिपोर्ट के अनुसार, लड़का एक बढ़ई का बेटा है.
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बुधवार की सुबह वह किसी काम से घर से निकला था और दोपहर में दर्द से कराहते हुए वापस आया. उसने अपने चेहरे को एक कपड़े से ढंका हुआ था. उसके परिवारवाले उसे तुरंत अस्पताल लेकर गए जहां डॉक्टरों ने कहा कि तेजाब के चलते उसके चेहरे पर जलने के घाव हो गए हैं.
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पीड़ित ने इशारे से पुलिस को बताया कि तीन आदमियों ने उसके मुंह में तेजाब डाल दिया है. इस घटना के बारे में आगे की कोई और जानकारी देने में वह असमर्थ था, लेकिन बाद में काफी प्रयास करने के बाद उसने तीन अभियुक्तों में से एक का नाम लिया जिसका नाम नूर है.
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लड़के की मां ने आरोप लगाया है कि उनके बेटे पर उस वक्त हमला किया गया जब उसने बदमाशों को नशीले पदार्थो की आपूर्ति करने से इनकार कर दिया. उन्होंने यह भी दावा किया है कि उनके बेटे पर कुछ युवाओं द्वारा दबाव डाला गया था.
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इस बीच डॉक्टरों ने कहा कि लड़का अभी खतरे से बाहर है, लेकिन वे अभी भी इस बारे में निश्चित नहीं हैं कि उसके वोकल कॉर्ड और बात करने संबंधी चीजों पर किस हद तक नुकसान पहुंचा है. नूर को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस ने कहा, "हम अभी भी हमले के पीछे की मकसद को नहीं जानते हैं क्योंकि नूर इसमें शामिल होने से इनकार कर रहा है."
Source : IANS