भारतीय जनता पार्टी प्रवक्ता के नुपुर शर्मा के बयान के विरोध में कानपुर के बेकनगंज में जुमे की नमाज के बाद शुक्रवार को हुई हिंसा के मामले में तीन एफआईआर दर्ज की गई है. इन एफआईआर में 40 लोगों को नामजद, तो 1000 अज्ञात लोगों को भी आरोपी बनाया गया है. पथराव और हिंसा को लेकर अब तक 35 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की कड़े रुख को देखते हुए इन सभी पर गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई की जाएगी. साथ ही इनकी संपत्तियों को जब्त कर बुल्डोजर भी चलेगा. शुक्रवार की हिंसा में दर्जन भर से अधिक पुलिस वाले भी घायल हुए हैं.
जुमे की नमाज के बाद भड़की हिंसा
गौरतलब है की बीजेपी प्रवक्ता के बयान के विरोध में एक संगठन ने शुक्रवार को बाजार बंद करने का आह्वान किया था. हालांकि राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और पीएम नरेंद्र मोदी के दौरे को देखते हुए संगठन ने बजाय शुक्रवार के रविवार को सड़कों पर उतर गिरफ्तारी देने की बात कही थी. यह अलग बात है कि जुमे की नमाज के बाद बड़ी संख्या में लोग सड़कों पर उतर आए और हिंसा शुरू हो गई. दुकान बंद कराने को लेकर दोनों पक्षों में जमकर पथराव हुआ और पुलिस को इसे काबू में करने के लिए सख्ती बरतनी पड़ी. सीएम योगी आदित्यनाथ ने इस घटना को लेकर सख्त रुख अपनाया है. इस बीच सीसीटीवी फुटेज और वीडिय़ो के आधार पर 35 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है. हिंसा प्रभावित संवेदनशील क्षेत्रों में पीएसी तैनात कर दी गई है. साथ ही प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी गश्त कर रहे हैं.
दंगाईयों की पहचान कर एक्शन शुरू
पुलिस कमिश्नर विजय सिंह मीणा ने कहा कि पुलिस को पर्याप्त वीडियो फुटेज मिले हैं. इसके जरिए दंगाईयों की पहचान की गई है. उन सभी के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है. गौरतलब है कि बेकनगंज थाना क्षेत्र के नई सड़क इलाके में जुमे की नमाज के बाद कुछ लोगों ने वहां की दुकानों को बंद करने का प्रयास किया, जिसका दूसरे पक्ष के लोगों ने विरोध किया. इस बात को लेकर आपस में टकराव हुआ पत्थरबाजी की घटना हुई. इस सूचना पर तत्काल पुलिस मौके पर पहुंची. पुलिस बल ने स्थिति को नियंत्रित करने का प्रयास किया.
HIGHLIGHTS
- कानपुर हिंसा के मामले में पुलिस का एक्शन शुरू
- 35 लोगों को किया गया गिरफ्तार, सख्ती शुरू
- इलाकों में पीएसी तैनात कर गश्त जारी