उत्तर प्रदेश के अमेठी की नवनिर्वाचित सांसद स्मृति ईरानी के करीबी रहे बरौलिया गांव के पूर्व प्रधान सुरेंद्र सिंह की हत्या के सिलसिले में पांच नामजद आरोपियों में से तीन को गिरफ्तार कर लिया गया है, जबकि दो आरोपी अभी फरार हैं.
पुलिस अधीक्षक(एसपी) राजेश कुमार ने बताया, "इस मामले में पांच लोगों को हत्या और आपराधिक साजिश का आरोपी बनाया गया है. इसमें से बीडीसी रामचन्द्र, धर्मनाथ और नसीम को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है. शेष दो आरोपियों की तलाश में पुलिस टीमें लगी हुई हैं. गिरफ्तार अभियुक्तों के पास से एक 315बोर का कट्टा व खून लगी एक तलवार भी बरामद हुई है."'
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पुलिस अधीक्षक के मुताबिक, "चुनावी रंजिश में हत्या नहीं हुई है. पूर्व प्रधान के साथ आरोपितों की पुरानी रंजिश थी. इससे पहले भी मुकदमा दर्ज हुआ था. हालांकि, फरार आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए टीमें दबिश दे रही हैं, उन्हें जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा. इसके साथ ही घटना के सभी कारणों का पता लगाया जाएगा."
गौरतलब है कि अमेठी में शनिवार (25 मई) देर रात स्मृति ईरानी के करीबी भाजपा नेता पूर्व प्रधान सुरेंद्र सिंह की गोली मारकर हत्या कर गई थी. अगले दिन यानी रविवार (26 मई) शाम दिवंगत पूर्व प्रधान के बड़े भाई नरेंद्र सिंह की तहरीर पर जामो पुलिस ने मामला दर्ज किया था. इसके तहत पुलिस ने वसीम, नसीम, गोलू सिंह, रामचंद्र बीडीसी, रामनाथ गुप्ता के खिलाफ नामजद मामला दर्ज किया था.
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सूचना मिलते ही नवनिर्वाचित सांसद स्मृति ईरानी भी दिल्ली के सभी कार्यक्रम छोड़ सीधे अमेठी पहुंचीं. यहां उन्होंने सुरेंद्र सिंह की अर्थी को कंधा भी दिया.
सुरेंद्र सिंह की हत्या को उनके परिजनों ने राजनीतिक रंजिश करार दिया. सिंह के बेटे अभय सिंह ने कहा, "मेरे पिता स्मृति ईरानी के करीबी सहयोगी थे और लगातार प्रचार करते थे. सांसद बनने के बाद विजय यात्रा निकाली गई. मुझे लगता है कि कुछ कांग्रेस समर्थकों को यह पसंद नहीं आया, हमें कुछ लोगों पर संदेह है."
Source : News Nation Bureau