सेना की जासूसी करने के आरोप में उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले के एक युवक को गिरफ्तार किया गया है. नौकरी की खातिर हिसार गए दो युवकों को मिलिट्री इंटेलिजेंस ने हिरासत में लिया है. इन पर सेना की गतिविधियों को सोशल मीडिया के माध्यम से पाकिस्तान को देने का आरोप है. दोनों युवक मिलिट्री क्षेत्र में मेस बिल्डिंग के निर्माण कार्य में लगी सिविल कंस्ट्रक्शन कंपनी में लेबर के रूप में काम करते हुए हिरासत में लिया गया.
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पुलिस ने युवक के पास से मोबाइल में सेना के गतिविधियों की वीडियो क्लिप, व्हाट्सएप वॉइस और फोटग्राफ्स बरामद किए हैं. दोनों युवकों के परिजनों ने कहा कि उनके बच्चे बेकसूर हैं. उन्हें फंसाया जा रहा है. उन्होंने ऐसा कुछ भी नहीं किया है. मुजफ्फरनगर के पुलिस अधिकारियों ने इस तरह की किसी भी सूचना से इनकार किया है.
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मामला हरियाणा के हिसार का है. जहां मुजफ्फरनगर जनपद के गांव शेरपुर के रहने वाले दो युवक मेहताब और रागिब मिलिट्री क्षेत्र में चल रहे मेस बिल्डिंग के निर्माण कार्य के लिए सिविल कंस्ट्रक्शन कंपनी में लेबर के रूप में काम करने के लिए 12 दिन पहले गए थे. वह लगातार सेना की गतिविधियों को अपने मोबाइल में कैद कर रहे थे.
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शुक्रवार को मिलिट्री इंटेलिजेंस और मिलिट्री पुलिस ने सेना की जासूसी के आरोप में तीनों युवकों को हिरासत में ले लिया. इन युवकों में से दो मुजफ्फरनगर के रहने वाले हैं जबकि एक युवक शामली का रहने वाला है. इस घटना की सूचना मिलते ही दोनों युवकों के गांव में हड़कंप मच गया. सुबह ही लोगों की पंचायत लग गई और लोगों ने इस पर चर्चा शुरु कर दी.
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दोनों युवकों के परिजनों ने बताया कि उनके बच्चे ऐसा नहीं कर सकते हैं, वह मजदूरी के लिए गए थे. मेहताब के पिता हनीफ का कहना है कि हमें बस इतना पता है कि वह दोनों काम पर गए थे. उन्होंने कोई फोटो लिया होगा या कुछ और किया होगा. लेकिन उन्हें पकड़कर ऑफिस में बैठा लिया.
हमें यह नहीं पता कि उन्होंने किस चीज की फोटो ली है. वे वहां वेल्डिंग का काम करते थे. उन्होंने हमें फोन पर जानकारी भी नहीं दी है. न्यूज के माध्यम से पता चला है कि हमारे बच्चे हिरासत में ले लिए गए.
HIGHLIGHTS
- सीमापार सेना की गतिविधि की जानकारी पहुंचाते थे
- मिलीट्री पुलिस ने जासूसी के आरोप में की गिरफ्तारी
- मोबाइल में मिले सेना के फोटो और वीडियो