गाजियाबाद की डासना जेल की जहां पर चार बंदी ऐसे भी हैं जो जेल से बाहर अंतरिम जमानत पर जेल से बाहर आने के लिए मना कर रहे हैं और उसकी वजह है बाहर के हालात. दरअसल, बंदियों का यह कहना है कि वह जेल में अपने आपको ज्यादा महफूज सुरक्षित महसूस कर रहे हैं क्योंकि जेल के अंदर समय-समय पर सैनिटाइजर होता रहता है साथ ही सभी तरह की सुविधाएं जेल में मौजूद हैं जबकि बाहर के हालात बेहद खराब है जैसा उनको बताया जा रहा है इसीलिए यह सभी अंतरिम बेल देने से भी मना कर रहे हैं.
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गाजियाबाद की जेलर आलोक सिंह ने भी बताया कोरोना वायरस के बीच जेल में ओवर लोडिंग न हो इसके लिए माननीय सर्वोच्च न्यायालय द्वारा 7 साल तक के कैदियों की अंतरिम जमानत पर बाहर भेजे जा सकते हैं गाजियाबाद से लगभग 750 से ज्यादा विचाराधीन बंदियों को रिहा किया जा चुका है. 54 सिदोष बंदी उनको पैरोल पर रिहा किया गया है, लेकिन 4 ऐसे कैदी भी है जो अंतरिम जमानत पर जाना ही नहीं चाहते वह इसके साथ आपको बताते चलें इन सभी के लिए जेल प्रशासन को बंदियों द्वारा लिख कर दिया जाता है कि वह लोग पैरोल पर रिहाई नहीं चाहते.
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Source : News Nation Bureau