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ग्रेटर नोएडाः 40 किलो सोना चोरी, पीड़ित ने इस कारण नहीं दर्ज कराया मामला

पुलिस की मानें तो फ्लैट में 40 किलो सोना और साढ़े 6 करोड़ कैश हो सकते हैं. आशंका जताई जा रही है कि यह मामला सोने की तस्करी के अंतरराष्ट्रीय गिरोह से जुड़ा हो सकता है. करोड़ों रुपये की नकदी और 40 किलो सोना ऐसे मकान से मिलना, जो लंबे समय से बंद पड़ा है और कई सवाल खड़े कर रहा है.

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Karm Raj Mishra
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40 KG Gold Stolen

40 KG Gold Stolen( Photo Credit : News Nation)

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नोएडा सेक्टर-39 थाना पुलिस ने जिले की सबसे बड़ी चोरी का खुलासा करते हुए आधा दर्जन आरोपियों को गिरफ्तार किया है. 40 किलो सोना की चोरी की बात सुनकर पुलिस के भी होश उड़ गए. उससे भी बड़ी बात ये है कि पीड़ित ने इस चोरी की पुलिस की जानकारी तक नहीं दी. पुलिस ने 6 आरोपियों को हिरासत में लिया है, जबकि इस घटना को अंजाम देने वाला मास्टर माइंड गोपाल अभी फरार बताया जा रहा है. पुलिस की मानें तो फ्लैट में 40 किलो सोना और साढ़े 6 करोड़ कैश हो सकते हैं. आशंका जताई जा रही है कि यह मामला सोने की तस्करी के अंतरराष्ट्रीय गिरोह से जुड़ा हो सकता है. करोड़ों रुपये की नकदी और 40 किलो सोना ऐसे मकान से मिलना, जो लंबे समय से बंद पड़ा है और कई सवाल खड़े कर रहा है.

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इस मामले में कई पहलू ऐसे हैं जो किसी को समझ नहीं आ रहे हैं. जिस केस में 2 नाम सामने आए हैं राजमणि पांडेय और किसलय पांडेय. इनका ग्रेटर नोएडा के जीटा-वन स्थित आम्रपाली ग्रांड में भी एक विला है. यहां राजमणि पांडेय की पत्नी और दो बच्चे रहते हैं. बताया जा रहा है कि राजमणि पांडेय और किसलय पांडेय के पास कई महंगी कारें हैं. वहीं राजमण पांडेय किसलय की लीगल फर्म में मैनेजर है. ऐसे में बेटे की फर्म में पिता के मैनेजर होने की बात पुलिस की समझ में नहीं आ रही है. वहीं ऐसी कौन सी लीगल फर्म और उसके किस तरह के क्लाइंट हैं, जो इतना पैसा देते हैं कि विला खरीदने, महंगी कार रखने और भारी मात्रा में सोना और करोड़ों रुपये की नकदी रखने के लिए अलग मकान ले लिया गया.

इन तमाम सवालों का जवाब जानने के लिए न्यूज नेशन के संवाददाता मनीष चौरसिया ने तफ्तीश की, तो पाया कि किसलय पांडेय का आलीशान विला ग्रेटर नोएडा की पॉश सोसाइटी में स्थित है. विला के बाहर बाकायदा नाम प्लेट पर बाप-बेटे का नाम लिखा है. विला के बाहर कई लग्जरी गाड़ियां खड़ी मिलीं. यही नहीं जानकारी के मुताबिक सब्जी वगैरह लाने के लिए भी अलग से एक कार है. फिलहाल पुलिस घर वालों से पूछताछ कर रही है. 

पुलिस को लगता है कि सोने की तस्करी के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर का कोई गिरोह सक्रिय है. इसके अलावा ईडी और आयकर की जांच में भी काफी कुछ सामने आने की उम्मीद है. आयकर की जांच में यह साफ हो जाएगा कि दोनों की तरफ से कितना आयकर दिया जाता था, जिससे इनकी आय के बारे में भी पता लगेगा. इससे साफ हो जाएगा कि नकदी और सोना काला धन है या फिर मेहनत की कमाई है.

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राममणि पांडेय और उसके बेटे के खिलाफ दिल्ली और गुरुग्राम में दर्ज मामलों के बारे में पुलिस ने जानकारी जुटानी शुरू कर दी है. इससे पुलिस को यह पता लगेगा कि वह किस तरह की गतिविधियों में लिप्त थे. कब और किस तरह के मामले दर्ज हैं और कभी गिरफ्तार हुए हैं या नहीं. इसके अलावा पुलिस पूरे मामले की जानकारी ईडी और आयकर विभाग को देगी, जिससे वह भी नकदी और सोने का संबंध किसलय पांडेय और राममणि पांडेय से होने के मामले की जांच करेंगे.

HIGHLIGHTS

  • बंटवारे को लेकर हुए झगड़े से पुलिस को चोरी का पता चला
  • 40 किलो सोना और 6 करोड़ से ज्यादा कैश चोरी का मामला
  • पीड़ित ने दर्ज कराया मामला, ED और आयकर भी करेगा जांच
Crime news Greater Noida नोएडा पुलिस ग्रेटर नोएडा पुलिस डिलीवरी के बाद 40 दिन तक क्या करें Gold smuggling Smuggling किसलय पांडेय और राममणि पांडेय 40 KG Gold Stolen Kislay Pandey and Rammani Pandey
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