उत्तर प्रदेश के गोंडा में एक व्यवसायी के पांच साल के बेटे के अपहरण का सनसनीखेज मामला सामने आया है. इस मामले में भी कानपुर की तर्ज पर अपहरणकर्ताओं ने फोन पर परिजनों से फिरौती मांगी है. किडनैपरों ने 4 करोड़ रुपये फिरौती के रूप में मांगी है. इस घटना को लेकर पुलिस में खलबली मची है. पूरे मामले को लेकर पुलिस की सर्विलांस और एसओजी टीमें जानकारी इकट्ठा कर रही हैं. पुलिस का दावा है कि जल्द ही बच्चे को बरामद कर लिया जाएगा.
वहीं इस मामले पर अब राजनीति भी शुरू हो गई है. कांग्रेस ने कहा है कि उत्तर प्रदेश अपहरण का केंद्र बन गया है. कानून व्यवस्था ध्वस्त है. पुलिस लाचार है. अब लगता है कि अपनी सुरक्षा के लिए लोगों को खुद आत्मनिर्भर बनना पड़ेगा.
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वहीं समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादवे ने ट्वीट करते हुए कहा कि ''कानपुर के बाद अब गोण्डा में एक व्यापारी के बच्चे के अपहरण की ख़बर से उप्र की जनता में घोर आक्रोश फैल गया है. भाजपा सरकार अगर उप्र के बच्चों की रक्षा नहीं कर सकती है तो उसे सत्ता में बने रहने का कोई अधिकार नहीं. लगता है अपराधियों ने एनकाउंटर वाली सरकार का ही एनकाउंटर कर दिया है.''
शुक्रवार को करनैलगंज नगर के मोहल्ला गाड़ी बाजार में कस्बा पुलिस चौकी के पीछे रहने वाले गुटखा मसाला के एक बड़े विक्रेता राजेश कुमार गुप्ता के पांच वर्षीय पौत्र का बदमाशों ने अपहरण कर लिया. बताया जा रहा है कि एक कार से स्वास्थ्य विभाग का परिचय पत्र गले में टांग कर कुछ लोग मोहल्ले में मास्क का वितरण करने आए थे और कागज पर लोगों का नाम लिखते जा रहे थे. मोहल्ला सैनेटाइज कराने और सैनेटाइजर वितरण का भी झांसा दिया.
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बताया जा रहा है कि जब अपहरणकर्ता राजेश गुप्ता के घर के सामने पहुंचे तो उन्होंने 5 साल के बच्चे को सैनेटाइजर देने के नाम पर अपने पास बुला लिया और उसे गाड़ी में लेकर फरार हो गए.
Source : News Nation Bureau