ग्रेटर नोएडा से आगरा को जोड़ने वाले यमुना एक्सप्रेस वे पर होने वाले सड़क हादसों का पूरा ब्यौरा हम आपको इस रिपोर्ट में दिखाएंगे. क्यों पिछले 5 दिनों 2 अलग अलग सड़क हादसों में 12 लोगो की जान चली गई जबकि 4 लोग गम्भीर रूप से घायल है. यमुना एक्सप्रेस वे लगातर होने वाले सड़क हादसों में बहुत से परिवार उजड़ गए बहुत से लोग अपहित हो गए. इन हादसों को रोकने के लिए आई आई टी दिल्ली से सर्वे करने के बाद उसकी रिकमंडेशन पर काम भी किया गया मगर हादसे जारी है. इस रिपोर्ट में हम आपको 2016 से अब हुए हादसों का पूरा ब्यौरा बताएंगे.
पहले आपको बताते है कि बीते 5 दिनों में यमुना एक्सप्रेस वे पर 2 सड़क हादसों में 12 लोगो की जान चली गई जबकि 4 लोग घायल हो गए. पहला हादसा मथुरा में हुआ जिसमें एक परिवार के 7 लोगो की जान चली गयी और लोग घायल हो गए. दूसरा हादसा आज जेवर टोल के पास हुआ जिसमें खड़े ट्रक में बलेरो गाड़ी टकरा गई और इस हादसे में 4 महिलाओं सहित 5 लोगो की जान चली गयी इस हादसे में 2 लोग घायल है जिनका इलाज जारी है.
यमुना एक्सप्रेस पर मथुरा में हुए हादसे के बाद यमुना अथॉरिटी के सीईओ अरुनवीर सिंह द्वारा दिये गए बयान में कहा गया कि यमुना एक्सप्रेस वे एम्बुलेंस और पेट्रोलिंग बढ़ाये जाने के लिए जेपी कंपनी को कहा गया है. साथ ही शाशन को चार नए थाने बनने के लिए रिकमंडेशन भेजी गई है ये चारों थाने यमुना एक्सप्रेस वे पर होने वाले अपराध व सड़क हादसों के साथ साथ पेट्रोलिंग करेंगे ताकि हादसों और अपराध में कमी आ सके. ये थाने आगरा , अलीगढ़ , मथुरा और ग्रेटर नोएडा में प्रस्तावित है.
अब आपको बताते है साल दर साल 2016 से अब तक यमुना एक्सप्रेस वे पर कितने सड़क हादसे हुए और कितने लोगों की मौत हुई और घायलों की संख्या क्या रही .
दरसल यमुना एक्सप्रेस वे 2016 से अभी तक 4223 सड़क हादसे हुए और इन हादसों में 828 की मौत हुई व 7757 घायल हुए ये अकड़ा अप्रैल 2022 तक है. जो कि यमुना एक्सप्रेस वे अथॉरिटी के डेटा में है.
साल दर साल हुए हादसे
- 2016 में 1219 सड़क हुए हुए
- 133 की मौत हुई और 1525 घायल हुए ।
- 2017 में 763 सड़क हादसे हुए 146 की मौत हुई 1426 घायल हुए ।
- 2018 में 659 सड़क हादसे हुए 111 की मौत हुई 1388 घायल हुए ।
- 2019 में 560 हादसे हुए 195 की मौत हुई 1302 घायल हुए ।
- 2020 में 509 सड़क हादसे हुए 128 की मौत हुई 1013 घायल हुए ।
- 2021 में 420 सड़क हादसे हुए 135 की मौत हुई 949 घायल हुए ।
- 2022 में अप्रैल तक 93 हादसे हुए
- 33 लोगो की मौत हुई अब 5 दिनों में हुए 2 हादसों में 12 की मौत मिलाने के बाद 45 लोगो की अब तक मौत हो चुकी है ।
- 2022 अप्रैल तक 154 सड़क हादसे हुए
यमुना एक्सप्रेस पर होने वाले हादसों के पीछे एक सबसे बड़ी वहज यह है कि यहाँ रोड पर खड़े वाहनों को समय से नही हटाया जाता जिसके चलते तेज़ रफ़्तार में पीछे से आ रही गाड़िया खड़े वाहनों में टकरा जाती है. सड़क हादसे में 5 लोगो की मौत के बाद हमने यमुना एक्सप्रेस वे पर ग्राउंड जीरो से रियल्टी चेक किया तो कई जगह हमे भारी वाहन सड़क के किनारे खड़े दिखे और पेट्रोलिंग जिस स्तर पर होनी चाहिए वो देखने को नही मिली.
यमुना एक्सप्रेस वे अथॉरिटी ने हादसों में कमी लाने के लिए दिल्ली IIT से यमुना एक्सप्रेस वे का सर्वे कराया गया था जिसके बाद यमुना एक्सप्रेस वे पर की कई खामियो को दूर करने के लिए जेपी कंपनी को कहा गया इसमे से ये कदम ये था कि एक्सप्रेस वे के बीच बने फुटपाथ पर 108 करोड़ की लागत से क्रेश ब्रेयर लागये गए थे ताकि एक साइड में हादसा होने के बाद गाड़ी दूसरी साइड में न जा सके.
Source : Amit Choudhary