उत्तर प्रदेश में राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) लागू होने की संभावनाओं के चलते मुस्लिम समुदाय के लोग अब आधार कार्ड बनवाने में लगे हुए हैं. एनआरसी की वजह से आधार सेंटरों भीड़ उमड़ रही है. राजधानी लखनऊ में भी कुछ इसी तरह का माहौल बना हुआ है. लोगों को डर इस बात का है कि कहीं उत्तर प्रदेश में एनआरसी ना लागू हो जाए, अगर ऐसा होता है तो उससे पहले हमारे डॉक्यूमेंट अपडेट रहें.
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इन्हीं लोगों में आसिफ और सिम्मी अपने 3 बच्चों का आधार कार्ड बनवाने के लिए लखनऊ के आधार कार्ड सेंटर पर पहुंचे हैं. आसिफ और सिम्मी का आधार कार्ड बना हुआ है, लेकिन दोनों अब अपने तीनों बच्चों का भी आधार कार्ड बनवाना चाहते हैं. पूछने पर आसिफ और सिम्मी कहते हैं कि जिस तरह असम में एनआरसी लागू हुआ है और 19 लाख लोग गैर भारतीय घोषित हुए हुए हैं, उससे हम लोग भी डरे हुए हैं.
सिर्फ यही परिवार नहीं है जो आधार कार्ड सेंटर पर आया है. 5 सितम्बर से शुरू हुए इस मल्टी काउंटर आधार कार्ड सेंटर पर लोगों की भारी भीड़ उमड़ रही है. यहां आने वाले कुल लोगों में 80 फीसदी तादाद मुस्लिम समुदाय की ही है. सभी लोगों के मन में एनआरसी का खौफ साफ दिखता है और सभी लोग स्वीकार कर रहे हैं कि एनआरसी का खौफ उन्हें यहां तक लाया है.
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वो ना सिर्फ अपना, बल्कि परिवार और रिश्तेदारों का भी आधार कार्ड बनवा रहे हैं या अपडेट कर रहे हैं. जिससे कि उत्तर प्रदेश में लागू होने वाली एनआरसी के बाद उन्हें विदेशी ना घोषित कर दिया जाए. क्योंकि खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ये बात कह चुके हैं कि अगर आवश्यकता पड़ी तो वह उत्तर प्रदेश में इसे लागू कर सकते हैं.
Source : न्यूज स्टेट ब्यूरो