आम आदमी पार्टी (AAM ADAMI PARTY) के प्रदेश प्रभारी राज्यसभा सांसद संजय (Sanjay Singh) सिंह ने विधानसभा में योगी द्वारा की गई टिप्पणी पर जवाब देते हुए कहा की आज उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी की बौखलाहट सामने आई उन्होंने मेरे सवालों का जवाब क्यों नहीं दिया? मैंने जो प्रश्न उठाए उनका जवाब देने की बजाए मुझे नमूना कहा. आप नेता संजय सिंह ने योगी सरकार की कार्यशैली पर निशाना साधते हुए ने कहा, योगी जी अगर ब्राह्मणों पर हो रहे अत्याचार पर बोलना नमूनापन है तो आप मुझे नमूना कह सकते हैं. इतना ही नहीं उन्होंने पिछड़ी जातियों मौर्या, पाल, राजभर, यादव, लोध, कुर्मी, कश्यप, जाटव, सोनकर, वाल्मीकि, जाट, बढ़ई, नाई, विश्वकर्मा, प्रजापति आदि समाज के लोगों का नाम लेते हुए कहा कि इनके मन में भी योगी सरकार को लेकर कई तरह के सवाल है कि उनके साथ अन्याय क्यों हो रहा?
संजय सिंह ने कहा कि अगर इन समाज के लोगों की आवाज को उठाना नमूनापन है तो आप मुझे नमूना कहिए, गिरफ्तार कीजिए, जेल में डाल दीजिए, जो मन में आए वो कीजिए लेकिन मेरे इन सवालों का जवाब दे दीजिये. प्रदेश में कोरोना उपचार व्यवस्था पर श्री सिंह ने कहा कि जहाँ तक दिल्ली मोडल का प्रश्न है तो उसकी प्रशंसा प्रधानमंत्री ने की है. दिल्ली मॉडल पूरे देश मे अपनाया जा रहा, अगर मुख्यमंत्री योगी को उत्तर प्रदेश के लोगों कि जान की चिंता होती तो केजरीवाल के दिल्ली मॉडल को अपना के लोगों की जान बचाते न कि उसकी आलोचना करते. केजरीवाल ने होम आइसोलेशन, ऑक्सीमीटर, वेंटीलेटर, बेड की उच्चस्तरीय व्यवस्था के माध्यम से दिल्ली में कोरोना पर काबू पाया.
संजय सिंह ने योगी सरकार के खिलाफ बोला था हमला
आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह यूपी की योगी सरकार पर बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा के लोगों ने लखनऊ दफ्तर में ताला जड़ दिया है. उन्होंने कहा कि योगी सरकार ने उत्तर प्रदेश में मेरे खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया है. लखनऊ में मेरी पार्टी दफ्तर को सरकार ने बंद करा दिया है. मैंने योगी सरकार के खिलाफ आवाज उठाई तो मेरे ऊपर मुकदमा दर्ज करा दिया गया है. लखनऊ के मेरे ऑफिस पर ताला लगवा दिया गया है. वहीं दूसरी तरफ आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह के खिलाफ पिछले दो दिनों के भीतर उत्तर प्रदेश के वभिन्न जिलों में तीन एफआईआर दर्ज की गई है.
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दलितों का अपमान करने का लगाया था आरोप
संजय सिंह ने योगी सरकार पर ठाकुरों के समर्थक होने और अयोध्या में राम जन्मभूमि मंदिर के शिलान्यास समारोह में राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद को आमंत्रित न कर दलितों का अपमान करने का आरोप लगाया जिसके चलते उनके खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है. सिंह के खिलाफ अलीगढ़, लखीमपुर खीरी और मुजफ्फरनगर के तीन स्थानीय निवासियों द्वारा दर्ज शिकायत के आधार पर आईपीसी की धारा 153-ए और धारा 505 (1) (बी) के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है. शिकायतकर्ताओं ने सांसद पर जाति और धर्म के आधार पर जनता के बीच नफरत फैलाने का आरोप लगाया. उन्होंने आरोप लगाया कि सिंह ने राज्य सरकार के खिलाफ हिंदू धर्म की विभिन्न जातियों को उकसाने का प्रयास किया है और इस तरह के बयान देकर संवैधानिक गरिमा का भी उल्लंघन किया है.
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संजय सिंह के खिलाफ राज्य में 3 एफआईआर दर्ज
आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह के खिलाफ पिछले दो दिनों के भीतर उत्तर प्रदेश के वभिन्न जिलों में तीन एफआईआर दर्ज की गई है. सिंह ने उप्र सरकार पर ठाकुरों के समर्थक होने और अयोध्या में राम जन्मभूमि मंदिर के शिलान्यास समारोह में राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद को आमंत्रित न कर दलितों का अपमान करने का आरोप लगाया जिसके चलते उनके खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है.
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धारा 153-ए और धारा 505 (1) (बी) के तहत मामले दर्ज
सिंह के खिलाफ अलीगढ़, लखीमपुर खीरी और मुजफ्फरनगर के तीन स्थानीय निवासियों द्वारा दर्ज शिकायत के आधार पर आईपीसी की धारा 153-ए और धारा 505 (1) (बी) के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है. शिकायतकर्ताओं ने सांसद पर जाति और धर्म के आधार पर जनता के बीच नफरत फैलाने का आरोप लगाया. उन्होंने आरोप लगाया कि सिंह ने राज्य सरकार के खिलाफ हिंदू धर्म की विभिन्न जातियों को उकसाने का प्रयास किया है और इस तरह के बयान देकर संवैधानिक गरिमा का भी उल्लंघन किया है.
संजय सिंह पर साम्प्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने का आरोप
शिकायतकर्ताओं के अनुसार, सिंह ने 12 अगस्त को एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान कहा था कि लोगों ने एसटीएफ को विशेष ठाकुर बल कहकर बुलाना शुरू कर दिया है जो ब्राह्मणों को चुन-चुन कर मार रहा है. सिंह पर यह भी कहने का आरोप लगा कि ब्राह्मण होने के बावजूद उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा समुदाय के साथ हो रहे अन्याय के को लेकर मूक दर्शक बने रहे हैं.