ईडब्ल्यूएस कोटे से भाई को एसोसिएट प्रोफेसर की नौकरी दिलाने के आरोपित बेसिक शिक्षा मंत्री सतीश द्विवेदी के खिलाफ आम आदमी पार्टी की यूथ विंग और छात्र युवा संघर्ष समिति सीवाईएसएस के सदस्यों ने आंदोलन छेड़ दिया है. मंगलवार को प्रदेश के सभी जिलों में पार्टी की दोनों इकाई के कार्यकर्ताओं एवं पदाधिकारियों ने अपने घर पर धरना दिया. पदाधिकारियों ने कहा दागी मंत्री के खिलाफ प्रभावी कार्रवाई न होने तक इस आंदोलन को चरणबद्ध तरीके से आगे बढ़ाया जाएगा. डुमरियागंज के सिद्धार्थ विश्वविद्यालय में ईडब्ल्यूएस यानी गरीब कोटे से बेसिक शिक्षा मंत्री सतीश द्विवेदी के भाई डॉक्टर अरुण की तैनाती का मामला सामने आने के बाद आम आदमी पार्टी की ओर से उनके इस्तीफे की मांग की गई थी. अपील की गई थी कि अगर वह 24 घंटे के भीतर इस्तीफा नहीं देते तो मुख्यमंत्री उनका इस्तीफा मांगें. ऐसा न होने पर आंदोलन छेड़ने की बात कही गई थी.
मामले में कोई कार्रवाई न होने को लेकर मंगलवार से आंदोलन शुरू हो गया. सीवाईएसएस के प्रदेश अध्यक्ष वंश राज दुबे ने कहा कि गंभीर आरोप के बावजूद अब तक सतीश द्विवेदी पर कार्रवाई न होना यह बताता है कि आदित्यनाथ के संरक्षण में मंत्री जी अपनों को रेवड़ी बांट रहे हैं. मंत्री को अब तक बर्खास्त न करना प्रदेश के युवाओं का घोर अपमान है. इसके खिलाफ इस लड़ाई को हम खत्म नहीं करेंगे. इस लड़ाई को निरंतर लड़ते रहेंगे. उत्तर प्रदेश के नौजवानों को जिस तरीके से प्रदेश की सरकार ने साढ़े चार सालों में सिर्फ और सिर्फ ठगने का काम किया है, चपरासी की नौकरी तक नहीं दी और एक तरफ अपने भाई को मंत्री एसोसिएट प्रोफेसर बना रहे हैं. ऐसी सरकार को सत्ता से बेदखल करने तक यह लड़ाई अनवरत चरणबद्ध तरीके हैं आगे बढ़ती रहेगी.
युवा विंग के प्रदेश अध्यक्ष फैसल वारसी ने गरीब सवर्ण का हक मारने वाले मंत्री सतीश द्विवेदी पर अब तक कोई कार्रवाई न होना, शर्मनाक बताया है. मामले में सरकार की ओर से अब तक कोई कार्रवाई नहीं होना, योगी के जीरो टॉलरेंस नीति की पोल खोलता है . गरीब सवर्ण का हक मारने वाले मंत्री के खिलाफ मंगलवार से शुरू आंदोलन जारी रहेगा. भ्रष्टाचार के आकंठ में डूबी योगी सरकार को उखाड़ फेंकने तक हम लगातार लड़ने के लिए तैयार हैं.
HIGHLIGHTS
- सभी जिलों में पार्टी की दोनों इकाई के कार्यकर्ताओं एवं पदाधिकारियों ने अपने घर पर धरना दिया
- अपील की गई थी कि अगर वह 24 घंटे के भीतर इस्तीफा नहीं देते तो मुख्यमंत्री उनका इस्तीफा मांगें
Source : News Nation Bureau