योगी सरकार के लाख प्रयासों के बावजूद उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ जनपद में क्राइम कम होने का नाम नहीं ले रहा है. जिले में जहां अपराध अपने शीर्ष पर है तो वहीं अब थाने में बंद आरोपी भी सुरक्षित नहीं हैं. खाकी वर्दी वालों के सामने के अपराधी अपराध कर रहा है, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हो रही है. ताजा मामला प्रतापगढ़ जनपद के रानीगंज थाने में बंद मिठाई लाल का है.
जहां मिठाई लाल पर शुक्रवार की रात को थाने के अंदर फावड़े से हमला हुआ था, जिससे उसके पेट में गहरा घाव हो गया था. हमले की जानकारी मिलते ही आनन-फानन में पुलिस ने घायल को जिला अस्पताल में भर्ती कराया, जहां डॉक्टरों ने उसे प्रयागराज रेफर कर दिया. प्रयाजराज के एक प्राइवेट अस्पताल में इलाज के दौरान मिठाई लाल मौत हो गई. इस मामले में घर वालों ने अंतिम संस्कार से साफ मना कर दिया था.
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लेकिन प्रशासन की भूमिका के बाद परिजन अंतिम संस्कार को तैयार हो गए हैं. विधायक के आश्वासन के मुताबिक मृतक के बेटे को नौकरी, कृषि बीमा के 5 लाख, जमीन पट्टा, बेटी की शादी के लिए सरकारी सहायता एवं निजी मदद और एक सरकारी इण्डिया मार्का दिया जाएगा.
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नीगंज के थानाध्यक्ष मृत्युंजय मिश्रा परिजनों को मनाने के लिए प्रयागराज में ही जुटे रहे हैं. विधायक धीरज ओझा और एएसपी पूर्वी, एसडीएम रानीगंज, सीओ रानीगंज और स्थानीय नेता भी मौके पर मौजूद थे. सदर विधायक राजकुमार पाल भी अपने कार्यकर्ताओ संग प्रयागराज पहुंचकर आश्वासन दिया.
ये था मामला
मिठाई लाल रानीगंज थाने के आमापुर बेर्रा का रहने वाला है. भाई से विवाद में पहुंची यूपी 112 ने मिठाई लाल को थाने में उठा लाई थी. मिठाई लाल की मौत के बाद अब पुलिस उसे मनोरोगी बता रही है. वहीं, घटना की जनकारी मिलते ही पुलिस अधीक्षक अभिषेक सिंह ने रानीगंज थाने में आरोपी पर हमले के मामले की जांच अपर पुलिस अधीक्षक पूर्वी को सौंप दी है. वहीं कांस्टेबल राजेश कुमार, हेड कांस्टेबल राजितराम गुप्ता और कांस्टेबल शिवम खरवार को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है.
Source : News Nation Bureau