लखनऊ के लुलु मॉल में कुछ युवकों के नमाज पढ़ने का वीडियो वायरल होने के बाद हिंदूवादी संगठनों के विरोध प्रदर्शन का दौर जारी है. इसी कड़ी में सोमवार को लुलु मॉल में शुद्धिकरण के लिए पहुंचे जगद्गुरु परमहंस को पुलिस ने हिरासत में ले लिया. इस दौरान लखनऊ पुलिस और जगद्गुरु परमहंस के बीच जमकर कहासुनी हुई. इसके बाद जगद्गुरु परमहंस को पुलिस अपने साथ लेकर गई. बताया जा रहा है कि उन्हें हिरासत में लेने के बाद पुलिस उन्हें एक के बाद एक अज्ञात स्थानों पर ले जा रही है. पुलिस पहले जगतगुरु को अहिमामऊ पुलिस चौकी पर ले गई, लेकिन जैसे ही वहां न्यूज नेशन और न्यूज स्टेट की टीम पहुंची तो तमाम आला अधिकारी अहिमामऊ चौकी पहुंच गए और वहां से जगतगुरु को किसी दूसरे गुप्त स्थान के लिए लेकर चली गई.
जगतगुरु बोले, शॉपिंग करने जा रहे थे, पुलिस उठाकर ले आई
पुलिस जब जगतगुरु को अहिमामऊ पुलिस चौकी से शिफ्ट करने के लिए ले जा रही थी, उसी वक्त न्यूज नेशन ने उनसे बात की तो जगत गुरु ने कहा कि वह लुलु मॉल में शॉपिंग करने जा रहे थे. उन्होंने कहा कि अंग वस्त्र खरीदने को लिए मैं मॉल में जा रहा था, लेकिन उन्हें नहीं घुसने दिया गया और पुलिस अपने साथ लेकर चली आई.
Some are making unnecessary remarks & staging demonstrations, to obstruct movement of people. Lucknow admin must take the matter very seriously. Miscreants attempting to create such nuisance should be dealt with strictly: UP CM Yogi Adityanath on Lulu Mall controversy, yesterday pic.twitter.com/YkLWvFw2Ve
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) July 19, 2022
सीएम योगी ने प्रदर्शनकारियों से सख्ती से निपटे के लिए आदेश
लूलू मॉल में नमाज के बाद चल रहे विरोध प्रदर्शन के बीच उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि कुछ लोग अनावश्यक टिप्पणी कर रहे हैं और लोगों की आवाजाही में बाधा डालने के लिए प्रदर्शन कर रहे हैं. लखनऊ प्रशासन को इस मामले को बहुत गंभीरता से लेना चाहिए. इस तरह के उपद्रव पैदा करने की कोशिश करने वाले बदमाशों से सख्ती से निपटा जाना चाहिए.
मॉल में नमाज अदा करने के मामले में चार युवक गिरफ्तार
लूलू मॉल में नमाज पढ़ने वाले चार नमाजियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. इस की जानकारी देते हुए पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार किए गए सभी युवक मुसलमान हैं. उनकी पहचान मोहम्मद रेहान, आतिफ खान, मोहम्मद लुकमान और मोहम्मद नोमान के रूप में हुई है. ये सभी लखनऊ के इंदिरा नगर के रहने वाले हैं. उनसे पूछताछ की जा रही है. शुरुआती पूछताछ में युवकों ने बताया कि वे मॉल में थे और नमाज का वक्त हो गया था. लिहाजा, वे नमाज अदा करने बैठ गए. एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि हम घटना के पीछे के मकसद का पता लगाने के लिए उनसे पूछताछ कर रहे हैं कि क्या उनका मकसद कानून-व्यवस्था की स्थिति को बिगाड़ने की कोई साजिश थी.
गौरतलब है कि इस घटना के बाद हिंदूवादी संगठनों ने मॉल के खिलाफ विरोध प्रदर्शन का दौर शुरू कर दिया था. इसके बाद मॉल में हनुमान चालीसा का पाठ करने और सद्भाव बिगाड़ने के नारे लगाने के आरोप में 4 लोगों सरोज नाथ योगी, कृष्ण कुमार पाठक, गौरव गोस्वामी और अरशद अली को 15 जुलाई को सांप्रदायिकता सौहार्द बिगाड़ने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था. आरोप है कि योगी, पाठक और गोस्वामी कथित तौर पर पूजा करने की कोशिश कर रहे थे, जबकि अली कथित तौर पर मॉल के परिसर में नमाज अदा करने की कोशिश कर रहा था।इन चारों के अलावा 16 जुलाई को शॉपिंग मॉल में घुसने की कोशिश करने और कानून-व्यवस्था भंग करने के आरोप में 18 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था. उसी दिन, दो अन्य लोगों को हनुमान चालीसा का पाठ करने और सद्भाव बिगाड़ने वाले नारे लगाने के आरोप में हिरासत में लिया गया था.
Source : Anil Yadav