मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि कोरोना पर प्रभावी नियंत्रण के लिए जारी दिशा निर्देशों का हर हाल में अनुपालन कराएं. जिलों में कोविड केस की संख्या का आकलन कर नाईट कर्फ्यू का निर्णय डीएम अपने स्तर से लें. लेकिन यह स्थिति आने से पहले जिला प्रशासन ऐसी व्यवस्था बनाए, जिससे कोई भी सार्वजनिक आयोजन, विवाह समारोह या अन्य कार्यक्रम रात 9 बजे तक सम्पन्न कर लिए जाएं. मुख्यमंत्री योगी शनिवार को बीआरडी मेडिकल कॉलेज गोरखपुर में कोरोना नियंत्रण, कोविड टीकाकरण और इंसेफेलाइटिस उन्मूलन के संबंध में मंडलीय समीक्षा बैठक की. उन्होंने कहा कि कोरोना का यह दूसरा फेज भी पहले चरण की भांति भले ही चुनौतीपूर्ण है, लेकिन सामूहिक प्रयासों से इस पर काबू पाने के लिए प्रदेश सरकार प्रतिबद्ध है. कोरोना जांच और टीकाकरण के लिए पर्याप्त संसाधन उपलब्ध हैं. जिलाधिकारी और मुख्य चिकित्सा अधिकारी यह सुनिश्चित करें कि जांच और टीकाकरण में किसी को भी दिक्कत न आए. कोविड मरीजों के इलाज के लिए डेडिकेटेड कोविड अस्पतालों में बेड की संख्या में कोई कमी नहीं आनी चाहिए और भर्ती मरीजों को सभी सुविधाएं मिलनी चाहिए.
मुख्यमंत्री योगी ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि कोरोना से बचाव के कार्यक्रमों में किसी भी स्तर पर लापरवाही अक्षम्य होगी. उन्होंने ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना से बचाव के लिए स्वच्छता पर भी विशेष ध्यान देने की हिदायत दी. सीएम योगी ने कहा सभी जिलों के डीएम और सीएमओ कोरोना के संबंध में नियमित समीक्षा करें, जांच और टीकाकरण पर फोकस करते हुए कोरोना का फैलाव रोकने की दिशा में ठोस कार्यवाही करें.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि मंडल के सभी जनपदों में एल-2 एवं एल-3 अस्पतालों में पर्याप्त बेड की उपलब्धता सुनिश्चित करते हुए वहां मैनपावर की व्यवस्था की जाए. किसी भी दशा में एल-2 एवं एल-3 में बेड की कमी नहीं होनी चाहिए. सीएम योगी ने कहा कि सभी सरकारी अस्पतालों में एंटीजन एवं आरटीपीसीआर जांच निःशुल्क होती है. इसमें अगर कही भी कोई शिकायत मिलती है तो सम्बंधित के विरूद्ध कड़ी कार्रवाई हो. साथ ही प्राइवेट अस्पतालों में जांच के लिए निर्धारित दर से अधिक लिए जाने पर उस अस्पताल के विरूद्ध सख्त कदम उठाएं जाएं.
उन्होंने कान्ट्रेक्ट ट्रेसिंग बढाये जाने पर जोर देते हुए कहा कि यह कम से कम 30 होनी चाहिए और उनका शतप्रतिशत कोविड टेस्टिंग किया जाये. जागरूकता के लिए पब्लिक एक्ट्रेस सिस्टम को और प्रभावी किया जाके. उन्होंने कहा कि यदि कोई कार्यक्रम खुले मैदान में आयोजित किया जाता है तो वहां 200 तथा बंद कमरे में 100 से अधिक की भीड़ न हो तथा सभी को मास्क धारण करना अनिवार्य हो. समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री ने बताया कि 11 से 14 अप्रैल तक विशेष टीका उत्सव मनाया जाएगा. इसकी समुचित व्यवस्था के साथ ही यह सुनिश्चित हो की ज्यादा भीड न होने पाये. उन्होंने कहा कि वैक्सिन वेस्टेज हर हाल में रोका जाये और अधिक से अधिक लोंगो का वैक्सिनेशन किया जाये.
सीएम योगी ने इंसेफेलाइटिस उन्मूलन के प्रयासों की भी समीक्षा की. उन्होंने कहा कि दृढ़ इच्छाशक्ति से किए गए समन्वित प्रयासों से इंसेफेलाइटिस अब खात्मे के कगार पर है. फिर भी इससे बचाव और इलाज में कोई लापरवाही नहीं होनी चाहिए. प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी बचाव और इलाज के मुकम्मल इंतज़ाम पर ध्यान रखें.
Source : News Nation Bureau