नमक हर घर और हर परिवार की जरूरत है. गरीब हो या अमीर नमक के बिना किसी का काम चलने वाला नहीं. यहां तक कि पुराने समय में तो नमक के नाम की कसमें तक खाई जाती थी कि मैंने आपका नाम खाया है....लेकिन अब कुछ लोग नमक में भी मिलावट कर लोगों के स्वास्थ्य से खिलवाड़ कर रहे हैं. ऐसा ही एक मामला उत्तर प्रदेश के बस्ती जिले से सामने आया है. यहां गरीबों को निशुल्क खाद्यान्न उपलब्ध कराने संबंधी सरकारी योजना के तहत कोटे की दुकानों से वितरित किए जाने वाले नमक में बालू और मोरंग मिला है.
यह खबर भी पढ़ें- Petrol-Diesel को नमस्ते! अब 100% इथेनॉल पर दौड़ेंगे हमारे वाहन, इतना आएगा खर्च
नमक में बालू और मोरंग मिलने की कई गरीब उपभोक्ताओं ने शिकायत की है. नमक के पैकेट में जब बाूल और मोरंग पाए जाने की शिकायत मिली तो मामले की जांच कराई गई, जिसमें शिकायत सही साबित हुई. यह घटना नरहरिया, चिकवा टोला मोहल्ले से सामने आई, जहां कई घरों से सरकारी नमक का पैकेट खोलकर पानी में डाला गया तो उसमें बालू और मोरंग पाया गया, जिसको छानकर अलग कर लिया गया. जानकारी के अनुसार सरकारी नमक की सप्लाई नेफेड भारतीय राष्ट्रीय कृषि सहकारी विपणन संघ नाम की संस्था की ओर से की गई थी.
यह खबर पढ़ें- सावधान: अब ट्रैफिक नियम तोड़ा तो मिलेगी यह सजा, नितिन गडकरी का ऐलान
हैरान करने वाली बात यह है कि नमक के पैकेट पर खाद्य सुरक्षा गारंटी वाली मुहर भी लगाई गई थी. यह नमक केवल सरकारी सप्लाई के लिए ही है. निशुल्क खाद्यान्न योजना के तहत यह नमक गरीब उपभोक्ताओं को दिया जाता है. नमक के पैकेट पर सीएम और पीएम की तस्वीर भी छपी है. यही नहीं पैकेट पर सोच ईमानदार, काम दमदार का नारा भी लिखा है, जिससे राज्य व केंद्र सरकार का प्रचार भी हो रहा है.
यह खबर भी पढ़ें- नए साल में सुनहरा मौका! 7 साल में तैयार करें 50 लाख का फंड...जानिए क्या है स्कीम?
दरअसल, पुरानी बस्ती इलाके के नरहरिया क्षेत्र में अधिकांश लोग निःशुल्क खाद्यान्न योजना का फायदा उठा रहे हैं. यहां आपको ज्यादार घरों में इस्तेमाल होने वाला नमक सरकारी ही मिलेगा. जब इस शिकायत की रियल्टी चेक की गई तो लोगों के सामने नमक का पैकेट फाड़कर पानी में डाला गया. पानी में मिले नमक को चम्मच से चलाया गया तो नमक तो पूरी तरह घुल गया, लेकिन बाद में पानी को छाना गया तो उसमें बालू और मोरंग मिला, जिसको देखकर लोगों के होश उड़ गए.
Source : News Nation Bureau