उपमुख्यमंत्री डा दिनेश शर्मा ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा सीबीएसई की कक्षा 12 की परीक्षा को रद्द करने का निर्णय लेने पर उनके प्रति आभार जताया है. उनका कहना है कि प्रधानमंत्री के लिए हमेशा से ही बच्चों का भविष्य व स्वास्थ्य पहली प्राथमिकता रहे हैं. आज का निर्णय देश के सभी राज्यों की परिस्थितियों पर व्यापक रूप से विचार करने के बाद छात्र अभिभावक व शिक्षक हित में लिया गया है. कोरोना काल की परिस्थितियों को देखते हुए बच्चों के हित में लिए गए इस निर्णय से न केवल बच्चों को बल्कि उनके अभिभावकों को भी राहत मिलेगी.
डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा ने कहा कि बच्चे देश का भविष्य होते हैं तथा परीक्षा को रद्द कर देश भविष्य को सुरक्षित किया गया है. उन्होंने कहा कि केन्द्र व राज्य सरकार अपने नागरिकों को कोरोना महामारी से सुरक्षित करने के लिए हर संभव कदम उठा रही हैं. आज का निर्णय उसी दिशा में लिया गया कदम है. उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश की सरकार पूर्व में ही कक्षा 6 से लेकर कक्षा 11 की परीक्षा को रद्द कर विद्यार्थियों को प्रोन्नत करने का निर्णय चुकी है. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा सीबीएसई की कक्षा 12 की परीक्षा के बारे में लिए गए निर्णय के बाद प्रदेश के माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की कक्षा 12 की परीक्षा के बारे में मुख्यमंत्री के साथ बैठक करने के बाद शीघ्र ही निर्णय लिया जाएगा.
इसके पहले देश में कोविड की दूसरी लहर आने के बाद तबाही का माहौल को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सीबीएसई बोर्ड की 12वीं क्लास की परीक्षाएं रद कर दी थीं. उसके थोड़ी ही देर बाद आईसीएसई बोर्ड की 12वीं की परीक्षाएं भी रद कर दीं गईं. प्रधानमंत्री मोदी की अध्यक्षता में हुई बैठक के बाद CBSE 12वीं की परीक्षाएं कैंसिल कर दी गईँ हैं. इस बैठक में कई राज्यों ने परीक्षा ना कराने की मांग की थी, जिसके बाद पीएम मोदी ने फिलहाल परीक्षा रद करने का आदेश दे दिया है.
सोमवार को 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र की अध्यक्षता में एक अहम बैठक की गई थी. इस बैठक में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर भी मौजूद थे. इनके अलावा शिक्षा मंत्रालय के दोनों सचिव (स्कूली शिक्षा और उच्च शिक्षा) और सीबीएसई के चेयरमैन भी बैठक में शामिल थे.
Source : News Nation Bureau