कुख्यात अपराधी विकास दुबे (Vikas dubey) पुलिस एनकाउंटर में मारा गया. शुक्रवार सुबह यूपी एसटीएफ (STF) की टीम ने विकास दुबे को मार गिराया. वो पुलिस की गिरफ्त से फरार होने की कोशिश कर रहा था. गैंगस्टर विकास दुबे के मारे जाने से उसके गांव में खुशी का मौहाल है. लोगों का कहना है कि एक आतंक युग का अंत हो गया है. विकास दुबे के गांव बिकरू में खुशी का माहौल है. मिठाइयां बांटी गई.
लल्लन बाजपेयी कानपुर में शिवली इलाके के पूर्व सरपंच हैं, जिन पर 19 साल पहले विकास दुबे ने बम से हमला कराया था, वो उस वक्त जेल में था. इस घटना में लल्लन बाजपेयी के परिवार के 3 लोगों की मौके पर मौत हो गई थी. जबकि कई लोग गायल हो गए थे.
लल्लन बाजपेयी ने बताया कि विकास ने 17 साल की उम्र में पहला मर्डर किया था जब उस केस में उसे कोई सजा नहीं मिली तो उसका हौसला बढ़ गया. वो बड़े वारदात को अंजाम देने लगा. कभी जेल जाता तो कभी छूट कर बाहर आ जाता था.
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बता दें कि विकास दुबे को 9 जुलाई को मध्य प्रदेश में उज्जैन के महाकाल मंदिर से गिरफ्तार किया गया था. जिसके बाद रात में यूपी पुलिस और एसटीएफ सड़क के रास्ते उसे लेकर कानपुर आ रहा था. पुलिस के मुताबिक इस दौरान कानपुर टोल नाके के 25 किलोमीटर पहले उसकी कार पलट गई. जिसके बाद उसने पुलिस का पिस्टल छीनकर भागने की कोशिश की. पुलिस की जवाबी कार्रवाई में विकास दुबे मारा गया.
Source : News Nation Bureau