मोहब्बत की निशानी ताज महल आगरा की पहचान है. जिसे देखने के लिए हर रोज हजारों पर्यटक ताज दीदार को आते हैं. लेकिन सुरक्षा का दावा करने वाले अधिकारी पर्यटकों को सुरक्षा तक मुहैया नहीं करा पा रहे. पर्यटकों पर हमला करने वाला कोई आतंकी या असामाजिक व्यक्ति नही बल्कि बंदर हैं ,जो ताजमहल में गुटोंवमे रहते है, बंदरो की गैंगवार हो या आम दिन कोई न कोई पर्यटक बंदरो का शिकार हो हो जाता है....
ताजमहल में बंदरों का उत्पात थम नहीं रहा। इसका खामियाजा पर्यटकों को भुगतना पड़ता है। खासकर विदेशी पर्यटक, जो सुखद अनुभव के लिए ताज का दीदार करने आते हैं, लेकिन उत्पाती बंदरों के कारण बुरा अनुभव लेकर लौटते हैं। बीते चार दिनों में पर्यटकों पर बंदरों के हमले की तीन घटनाएं हो चुकी हैं। बुधवार को दो विदेशी महिला पर्यटकों पर बंदरों ने हमला कर दिया। पर्यटकों ने किसी तरह बंदरों से खुद को बचाया।
इस घटना का किसी ने वीडियो भी बना लिया। वीडियो में चमेली फर्श पर यमुना की तरफ बेंच पर दो महिला पर्यटक बैठी दिखाई दे रही हैं। दोनों मोबाइल से फोटो खींच रही हैं, तभी दो बंदर पहुंचते हैं और उन पर हमला कर देते हैं। बंदर एक पर्यटक के पैरों को नोंचने का प्रयास करता है। महिला पर्यटक किसी तरह खुद को बचाती है। घटना के बाद दोनों वहां से चली जाती हैं। गनीमत रही कि बंदरों ने पर्यटकों को काटा नहीं ।
ताजमहल में बंदरों के हमले की यह पहली घटना नहीं है। इसके पहले भी कई बार पर्यटकों पर बंदर हमले कर चुके हैं। बीते चार दिनों में तीन घटनाएं हो चुकी हैं।
ताजा मामला दो दिन पुराना है जब तमिलनाडु से आए पर्यटक पर बंदर ने हमला कर घायल कर दिया जिसे बाद में इलाज के लिए भेजा गया,स्थानीय दुकानदार ने बताया की सोमवार को भी बंदरो में एक बच्चे को काटकर घायल कर दिया,
सवाल उठता है की जब तक की सुरक्षा तीन लेयर की जाती है तो ऐसी बंदरो पर ध्यान क्यों नही दिया जाता,हर बार घटना होने पर पुख्ता इंतजाम के दावे किए जाते है,जो शायद अब तक देखने को नही मिले, वंही ताज की देख रेख करने वाला पुरातत्व विभाग कहता है कि हमने कई बार संबंधित अधिकारियों को पत्र लिखकर अवगत कराया मगर अभी तक कोई ठोस हल नही निकला ,
बाइट .... राजकुमार पटेल एएसआई अधीक्षक आगरा
Source : Vinit Dubey