यूपी में भागीदारी मंच 16 पार्टियों का मंच है . सुहेलदेव राजभर सुभासपा और ओवैसी की AIMIM अहम पार्टी है और सीट का बंटवारा का एलान तो नहीं हुआ है पर ओवौसी ने 100 सीट पर लड़ने का ऐलान किया है . इस जवाब में सुभासपा ने सीटे तय तो नहीं पर कोई दिक्कत भी नहीं है. 2022 में यूपी की सभी पार्टियों दो दो हाथ करने में लगी है . सब के अपने अपने गुणा भाग है . 16 पार्टियों का भागीदारी मंच इसी का रास्ता है कि छोटे छोटे दल मिल कर बीजेपी से लड़ेगा और उस की हार में सहायक होंगे . वैसे ये सब मान रहे है ये दल सब से ज्यादा नुकसान विपक्ष को ही करेंगे . मुस्लिम वोट बैंक को लेकर ओवैसी ने यूपी में 100 सीटो पर लड़ने का मन बना लिया है .
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अभी किसी विवाद से बचने का यही तरीका सोचा है
राजभर इस एकतरफ़ा घोषणा पर कहते यही है की अभी सीट के बंटवारे का तय नहीं हुआ है, पर किसी को सीट को लेकर दिक्कत भी नहीं है . मतलब मंच को लेकर ओवैसी के फैसले पर कोई ऐतराज भी नहीं किया है . शायद अभी किसी विवाद से बचने का यही तरीका सोचा है.
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प्रत्याशियों से वफादारी पर्चा भरवाया भी जाएगा
चुनाव जीतने के बाद पार्टी को छोड़ने और खास तौर पर कम संख्या में जीतने पर या छोटी पार्टी में बाद में खूब देखा गया है इस लिए 100 सीट के एलान के साथ AIMIM ने शपथ पत्र जो पार्टी के प्रति वफादारी पत्र है उसको भरना भी है और लिखित पार्टी के साथ बने रहने की वफादारी भी देनी है . अब 2022 के मिशन पर अपनो में कितनी एकता रहती है वो भागीदारी मंचो के असल सच्चाई रखेगी तो अगर जीते तो क्या ऐसे विधायक पार्टी में रहेंगे ये भी तय नहीं इसलिए वफादारी पत्र भी लेने की मजबूरी भी.
HIGHLIGHTS
- यूपी में भागीदारी मंच 16 पार्टियों का मंच है
- AIMIM यूपी में 100 सीट पर चुनाव लड़ेगी
- प्रत्याशियों से वफादारी पर्चा भरवाया भी जाएगा