समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) से उनके चाचा शिवपाल यादव (Shivpal Singh Yadav) ने भले ही राहें जुदा कर ली हों, लेकिन उन्होंने शिवपाल सिंह यादव के लिए विधानसभा में आगे की सीट की मांग की, ताकि शिवपाल सिंह यादव वरिष्ठ होने के बावजूद पीछे की सीट पर न बैठें. हालांकि अखिलेश यादव की मांग को खारिज कर दिया गया है. ये जरूर किया गया है कि सपा के विधायकों की पहली लाइन में एक सीट की बढ़ोतरी कर दी गई है.
पहली लाइन में बैठते हैं ये सपाई दिग्गज
समाजवादी पार्टी के विधायको की बैठने वाली लाइन में सबसे आगे की लाइन में एक सीट की बढ़ोतरी के बावजूद शिवपाल सिंह यादव को अगली लाइन में जगह मिलेगी, इस बात की उम्मीद कम ही है. भले ही वो वरिष्ठ विधायकों में आते हों, लेकिन सपा की पहली लाइन में खुद नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव, आजम खान, अवधेश प्रसाद और लाल जी वर्मा जैसे धुरंधर बैठते हैं. दूसरी पंक्ति में पूर्व विधानसभा अध्यक्ष माता प्रसाद पांडे और ओपी सिंह बैठते हैं. ऐसे में शिवपाल को अभी पीछे की पंक्ति में ही बैठना होगा.
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क्या लिखा था पत्र में?
अखिलेश यादव ने इस बारे में पत्र में लिखा था कि शिवपाल सिंह यादव विधानसभा के वरिष्ठ सदस्य हैं.वो एक पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष भी हैं. ऐसे में उन्हें पीछे न बैठा कर आगे की पंक्ति में बैठाना चाहिए. हालांकि उनकी ये मांग खारिज कर दी गई. क्योंकि पत्र में उन्होंने जिस बात की मांग की, वो तकनीकी आधार पर गलत थी. ऐसे में अब अखिलेश यादव को ही फैसला लेना है कि चाचा शिवपाल अगली पंक्ति में बैठेंगे या पिछली पंक्ति में.
HIGHLIGHTS
- अखिलेश यादव ने शिवपाल यादव के लिए की मांग
- लेकिन शिवपाल को पहली लाइन में जगह नहीं दिला सके
- क्या अपनी तरफ से चाचा को सीट देंगे अखिलेश यादव?