समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बुधवार को समाजवादी पार्टी के बड़े नेता और मुस्लिम चेहरे आजम खान से सर गंगा राम अस्पताल में मुलाकात की. आजम खान खराब स्वास्थ्य के चलते रविवार को सुबह के समय अस्पताल में भर्ती हुए थे. इसके बाद उनसे नेताओं का मिलने का सिलसिला जारी रहा है, लेकिन अखिलेश यादव का दिल्ली आकर आजम खान से मिलना और उनके स्वास्थ्य के हालचाल से ज्यादा सियासी लग रहा है.
आज़म खान से अखिलेश यादव की मुलाकात के तीन बड़े कारण नजर आ रहे हैं. पहला कारण- आज़म खान से मिलने का मतलब उनके स्वास्थ्य की जानकारी करना और साथ ही उनको किस प्रकार का ट्रीटमेंट दिया जा रहा है यह जानना.
दूसरा कारण- सियासी है जिसका सीधा मतलब है आजम खान से जेल में जाकर ना मिलने पर जिस तरह से अखिलेश यादव को तमाम राजनीतिक दलों ने घेरा था साथ ही आज़म की नाराजगी की जो बात सामने आई थी उसके लिए अखिलेश की यह मुलाकात डैमेज कंट्रोल करने वाली हो सकती है. हालांकि, कहा यह भी जा रहा है कि इसी नाराजगी को दूर करने के लिए अखिलेश यादव ने समाजवादी पार्टी की तरफ से कपिल सिब्बल को राज्यसभा भेजा था.
अखिलेश यादव और आज़म की मुलाकात का तीसरा और सबसे अहम कारण रामपुर में होने वाला लोकसभा उपचुनाव भी है. दरअसल, आजम खान ही रामपुर से सांसद हुआ करते थे, लेकिन विधानसभा चुनाव में जीत के बाद उन्होंने अपने पद से इस्तीफा देकर विधायक ही रहने को चुना. ऐसे में रामपुर से कौन चुनाव लड़ेगा? उम्मीदवार के चयन में आज़म खान की भूमिका सबसे अहम होगी. हालांकि, कहा यह जा रहा है कि रामपुर लोकसभा उपचुनाव में आज़म खान की पत्नी तंज़ीम फातिमा ही समाजवादी पार्टी से उम्मीदवार होंगी.
कुल मिलाकर यह मुलाकात औपचारिक के साथ सियासी मरहम वाली रही है. अखिलेश यादव ने आज़म खान से मिलकर जहां उनके दर्द के बारे में जाना तो वहीं इस मुलाकत ने अखिलेश की सियासत पर भी मरहम लगाने का काम किया है.
Source : Nishant Rai