भारत-चीन विवाद पर अब देश में खूब सियासत होने लगी है. पीएम मोदी के स्टेटमेंट ने सबको चौंका दिया है. विपक्षी पार्टी ने पीएम मोदी पर निशाना साधना शुरू कर दिया है. राहुल गांधी (Rahul Gandhi) के बाद समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने पीएम मोदी पर जमकर निशाना साधा है. उन्होंने अपने फेसबुक अकाउंट पर लिखा है कि आज पूरा देश और हर दल, चीन और एलएसी पर प्रधानमंत्री मोदी के इस कथन के साथ पूरे विश्वास के साथ खड़ा है कि न कोई हमारे इलाके में घुसा है और न ही किसी पोस्ट पर कब्ज़ा किया है.
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अब सरकार को ये सुनिश्चित करना होगा कि देश की सीमाओं के साथ ही जनता के इस विश्वास की भी शत-प्रतिशत रक्षा हो. प्रधानमंत्री के भारत-चीन एलएसी कथन से भ्रमित होकर जनता पूछ रही है कि यदि चीन हमारे इलाक़े में नहीं घुसा तो फिर हमारे सैनिक किन हालातों में शहीद हुए और क्या इस कथन से चीन को ‘क्लीन चिट‘ दी जा रही है. वहीं दूसरी तरफ सपाकाल में बने ‘एक्सप्रेस वे’ आज देश की सेना के लिए ‘रन वे’ की तरह तैयार है. इन पर लड़ाकू विमान उतर भी सकते हैं और यहां से उड़ान भी भर सकते हैं. ‘एक्सप्रेस वे’ एक दूरगामी निवेश की सोच का परिणाम है. जिनका दोहरा लाभ देश के सैनिकों एवं जनता को निरंतर मिलता रहेगा.
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15-16 जून की रात हुई हिंसक झड़प में भारतीय सेना के 20 जवानों के शहीद हुए थे
बता दें कि भारत और चीन के बीच गलवान घाटी में 15-16 जून की रात हुई हिंसक झड़प में भारतीय सेना के 20 जवानों के शहीद होने के बाद से विपक्ष लगातार प्रधानमंत्री के खिलाफ हमलावर है. कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी लगातार इस मुद्दे पर केंद्र सरकार पर निशाना साध रहे हैं. एक बार फिर राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला कर पूछा कि हमारे सैनिक क्यों मारे गए. राहुल गांधी ने शनिवार को ट्वीट कर कहा, ‘प्रधानमंत्री ने चीनी आक्रमण के बाद भारतीय क्षेत्र को आत्मसमर्पित कर दिया। यदि भूमि चीनी थी तो हमारे सैनिक क्यों मारे गए? वे कहां मारे गए?’ गलवान घाटी में हुई हिंसक झड़प के बाद से ही राहुल गांधी लगातार प्रधानमंत्री पर निशाना साथ रहे हैं. इससे पहले उन्होंने ट्वीट कर पूछा कि जब चीन के साथ इतने दिनों से विवाद चल रहा था तो सैनिकों को निहत्था क्यों भेजा गया.