मंगलवार को समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव लोकसभा में जमकर बरसे. इस दौरान कन्नौज सांसद ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत यूपी के सीएम व EVM को लेकर कई हमले किए. इस दौरान ईवीएम पर बोलते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि मुझे ईवीएम पर भरोसा नहीं है. ना मुझे इस पर कल भरोसा था और ना मुझे इस पर आज भरोसा है. अगर लोकसभा चुनाव में 80 में से 80 सीट जीत भी जाता तो भी मुझे इस पर भरोसा नहीं है. आगे अखिलेश ने कहा कि मैंने पहले भी कहा था कि ईवीएम से चुनाव जीतने के बाद हम ईवीएम को हटाने का काम करेंगे. ईवीएम का मुद्दा खत्म नहीं होगा, हम लोग तब तक ईवीएम हटाने की मांग पर अडिग रहेंगे, जब तक इसे हटाया नहीं जाएगा.
#WATCH | On EVMs, Samajwadi Party MP Akhilesh Yadav says,"...EVM pe mujhe kal bhi bharosa nahi tha, aaj bhi nahi hai bharosa, mein 80/80 seats jeet jaun tab bhi nahi bharosa...The issue of EVM has not died" pic.twitter.com/UJIS6hBGQt
— ANI (@ANI) July 2, 2024
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'80 में से 80 सीट जीतकर भी EVM पर भरोसा नहीं'
इसके अलावा अखिलेश ने सदन में पेपर लीक का मामला और अग्निवीर योजना का मुद्दा भी उठाया. उन्होंने कहा कि अग्निवीर योजना लागू कर देश की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ किया गया है. हम लोग इस योजना को स्वीकार नहीं करते हैं और जब इंडिया गठबंधन सत्ता में आएगी, हम इसे खत्म कर देंगे. पेपर लीक पर सवाल उठाते हुए सपा नेता ने कहा कि सरकार देश में युवाओं को नौकरी ना देना पड़े. इसलिए ऐसा कर रही है. वहीं, अयोध्या में हुई जीत पर अखिलेश ने कहा कि यह मतदाताओं की लोकतांत्रिक जीत है.
राहुल गांधी ने ईवीएम को बताया ब्लैक बॉक्स
अखिलेश यादव पहले नहीं है, जिन्होंने ईवीएम पर सवाल खड़े किए हैं. इससे पहले भी कई नेताओं ने ईवीएम पर सवाल खड़े कर चुके हैं. कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने ईवीएम को ब्लैक बॉक्स बताया था और चुनाव में पारदर्शिता को लेकर भी चिंता जता चुके हैं.
तेजस्वी ने कहा हो चुका है ईवीएम का सेटिंग
राहुल गांधी के अलावा बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव भी ईवीएम को लेकर कहा था कि विपक्ष 400 पार का नारा ऐसे लगा रहे हैं, जैसे पहले से ही ईवीएम का सेटिंग हो चुका है.
महाराष्ट्र में ईवीएम को लेकर बवाल
इसके अलावा महाराष्ट्र में ईवीएम हैक को लेकर काफी राजनीति हुई. जब शिवसेना एकनाथ शिंदे के पार्टी नेता रवींद्र वायकर पर आरोप लगा कि उन्होंने मतगणा केंद्र में मोबाइल का इस्तेमाल किया. इतना ही नहीं उनका फोन भी ईवीएम से जुड़ा हुआ था और मशीन को खोलने के लिए ओटीपी उनके मोबाइल पर आ रहा था. जिस पर जवाब देते हुए चुनाव आयोग ने यह स्पष्ट किया था कि ईवीएम मशीन को खोलने के लिए किसी प्रकार की ओटीपी की जरूरत नहीं पड़ती. जिस पर विपक्ष ने भी सवाल खड़े करते हुए कहा था कि असल में शिवसेना (यूबीटी) के प्रत्याशी अमोल कीर्तिकर विजेता है, लेकिन ईवीएम से छेड़छाड़ कर रवींद्र वायकर को जीत मिली.
HIGHLIGHTS
- ईवीएम को लेकर अखिलेश ने लगाया बड़ा आरोप
- कहा- '80 में से 80 सीट जीतकर भी EVM पर भरोसा नहीं'
- राहुल गांधी ने ईवीएम को बताया था ब्लैक बॉक्स
Source : News Nation Bureau