उत्तर प्रदेश के अलीग़ढ में स्थित अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में आरक्षण को लेकर महासंग्राम शुरू हो गया है।
यूनिवर्सिटी में अब जिन्ना विवाद के बाद राजनीतिक गलियारों में आरक्षण पर चर्चा जोरों-शोरों से हो रही है। आरक्षण के मुद्दे पर अलीगढ़ के सांसद सतीश कुमार गौतम ने सवाल उठाया है।
इस मामले पर न्यूज एजेंसी ANI से बातचीत के दौरान सांसद सतीश गौतम ने कहा, 'हर विश्वविद्यालय में आरक्षण है। अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में SC-ST के लिए आरक्षण क्यों नहीं है?? उन बच्चों को अच्छी शिक्षा से वंचित क्यों रखा जाये। मैं 2014 से इसकी मांग कर रहा हूं और सुनिश्चित करता हूं कि ऐसा हो।
जिन्ना मामले में यूनिवर्सिटी के वाईस चांसलर को खत लिखने वाले संसद सतीश कुमार गौतम ने कुछ दिन पहले आरक्षण पर वीसी को खत लिखा था।
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उन्होंने खत में पूछा कि, 'उनके लोकसभा क्षेत्र में स्थित केंद्रीय विश्वविद्यालय में एससी, एसटी और ओबीसी के छात्रों को प्रवेश में आरक्षण क्यों नहीं दिया जा रहा है'।
उन्होंने आगे सवाल उठाते हुए लिखा, 'इस संबंध में विश्वविद्यालय प्रशासन अलीगढ़ के स्तर से अभी तक क्या प्रयास कर रहे है। उसे साफ करें।'
उन्होंने लिखा, ' जब पूरे देश में अनुसूचित जाती, जनजाति एवं पिछले वर्ग के विद्यार्थियों के लिए अभी विश्वविद्यालों में एक जैसा कानून लागू है तो मेरे लोकसभा क्षेत्र अलीगढ़ के अंतगर्त पड़ने वाले एकमात्र केंद्रीय विश्वविद्यालों में इस वर्ग के छात्रों को शिक्षा से वंचित रखा जाना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है।
बता दें कि सीएम योगी आदित्यनाथ ने भी मुस्लिम विश्वविद्यालों में दलितों के लिए आरक्षण का मुद्दा उठाया था। उन्होंने कहा था कि अगर बीएचयू में आरक्षण मिल सकता है तो फिर अल्पसंख्यकों द्वारा संचालित संस्थानों में क्यों नहीं।
कन्नौज में जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा था अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय और जामिया मिलिया यूनिवर्सिटी में भी आरक्षण देने का लाभ मिलना चाहिए।
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Source : News Nation Bureau