हिन्दू समाज पार्टी के अध्यक्ष कमलेश तिवारी की हत्या के आरोपी मौलाना मोहसिन शेख, फैजान, और राशिद अहमद पठान को 4 दिन की पुलिस हिरासत में भेजा गया है. इन तीनों आरोपियों को गुजरात एटीएस ने सूरत से हिरासत में लिया था. जहां से यूपी पुलिस उन्हें ट्रांजिट रिमांड पर लखनऊ लेकर आई थी. अहमदाबाद की एक कोर्ट ने तीनों आरोपियों की ट्रांजिट रिमांड को मंजूरी दी थी. लखनऊ में तीनों आरोपियों से लगातार पूछताछ की जा रही है.
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उधर, इस हत्याकांड के दोनों मुख्य आरोपियों अशफाक और मोइनुद्दीन को भी गिरफ्तार कर लिया गया है. गुजरात आतंकवाद-रोधी दस्ता (एटीएस) ने मंगलवार को कहा कि उसने दो मुख्य आरोपियों को उस समय गिरफ्तार कर लिया, जब वे राजस्थान से गुजरात में प्रवेश कर रहे थे. एटीएस ने कहा कि दोनों उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर से नेपाल पहुंचे और वहां से राजस्थान होते हुए गुजरात में प्रवेश कर रहे थे. एटीएस अधिकारियों ने बताया कि शेख मेडिकल रिप्रेजेंटेटिव के रूप में काम करता है, जबकि पठान फूड डिलिवरी ब्यॉय (खाना पहुंचाने वाला) का काम करता है.
अशफाक और मोइनुद्दीन की गिरफ्तारी पर उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) ओपी सिंह ने बताया कि यूपी पुलिस के दबाव की वजह से ही कमलेश तिवारी के हत्यारे एक जगह नहीं रुक पाए और इधर उधर भटकते रहे, जिससे पकड़े गए. डीजीपी ने कहा कि हत्या के बाद से हमारी टीमें उनके पीछे थीं. यूपी, गुजरात और महाराष्ट्र पुलिस और अन्य ने समन्वित तरीके से काम किया. हम उन्हें जल्द से जल्द ट्रांजिट रिमांड पर यूपी लाएंगे.
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गौरतलब है कि कमलेश तिवारी की बीते शुक्रवार को राजधानी लखनऊ के नाका हिंडोला स्थित खुर्शेदबाग इलाके में उनके घर के अंदर गला रेतकर और गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. तिवारी के शरीर में किसी धारदार हथियार या चाकू से किए गए कई वार के निशान मिले थे. साथ ही उन्हें एक गोली भी मारी गई थी.
Source : न्यूज स्टेट ब्यूरो