उत्तर प्रदेश में कोरोनावायरस के मामलों में हो रही लगातार वृद्धि को देखते हुए इलाहाबाद हाई कोर्ट ने राज्य सरकार से रात का कर्फ्यू लगाने पर विचार करने को कहा है. इसके साथ ही कोर्ट ने राज्य के सभी लोगों का टीकाकरण करने के मामले पर भी विचार करने को कहा है. मुख्य न्यायाधीश गोविंद माथुर और न्यायाधीश सिद्धार्थ वर्मा की पीठ ने राज्य सरकार को यह भी निर्देश दिया है कि वह सुनिश्चित करें कि आगामी पंचायत चुनावों के लिए नामांकन प्रक्रिया और चुनाव प्रचार के दौरान कोविड प्रोटोकॉल का पालन हो. कोर्ट ने पुलिस और जिला प्रशासन को भी यह सुनिश्चित करने का आदेश दिया है कि सभी लोग मास्क पहनें. साथ ही सभी नागरिकों को टीका लगाया जाना चाहिए और अधिकारियों को घर-घर जाकर लोगों का टीकाकरण करना चाहिए.
कोर्ट ने राज्य सरकार से कहा है कि वह देर शाम होने वाले कार्यक्रमों में भीड़ को नियंत्रित करने पर विचार करे और रात का कर्फ्यू लगाने के बारे में भी सोचे. बता दें कि उत्तर प्रदेश में कक्षा 1 से 8वीं तक के सभी स्कूल 11 अप्रैल तक बंद कर दिए गए हैं. परीक्षाएं भी कोविड-19 प्रोटोकॉल के साथ आयोजित की जाएगी.
देश में कोरोना के मामले लगातार नए रिकॉर्ड बना रहे हैं. पिछले 24 घंटे में देशभर में कोरोना के 1.15 लाख से अधिक मामले सामने आए हैं. यह देश में अभी तक एक दिन में आए नए केस का रिकॉर्ड है. भारत में कोरोना की दूसरी लहर ने सभी रिकॉर्ड ध्वस्त कर दिए हैं. स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के मुताबिक पिछले 24 घंटे में देश में कोरोना के 1,15,736 नए मामले सामने आए हैं. वहीं 630 लोगों की मौत हो गई. देश में अभी कोरोना के 8,43,473 एक्टिव केस मौजूद हैं जो चिंता का विषय बने हुए हैं. महाराष्ट्र में कोरोना के सबसे अधिक मामले सामने आ रहे हैं. देशभर के कुल मामलों में करीब आधे महाराष्ट्र में ही सामने आए हैं.
कोरोना महामारी की शुरुआत से लेकर अब तक प्रतिदिन मिलने वाले नए संक्रमितों की यह सर्वोच्च संख्या है. ये आंकड़े भारत में कोरोना महामारी फैलने की शुरुआत होने से लेकर अब तक की प्रतिदिन की सबसे अधिक संख्या है. देश में पिछले तीन दिन में दूसरी बार एक लाख से अधिक संक्रमण के नए मामले सामने आए हैं.
Source : IANS