अनामिका शुक्ला प्रकरण (Anamika Shukla Case) में हर जनपद में अलग नाम निकलकर सामने आ रहे हैं. कहीं सुप्रिया सिंह तो कहीं प्रिया और कहीं अनामिका सिंह के नाम आए हैं. सहारनपुर में अनामिका शुक्ला के नाम से भावना नौकरी कर रही थी. कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय मुजफ्फराबाद में नियुक्ति के लिए विभाग ने आवेदनकर्ता अनामिका शुक्ला पुत्री सुभाषचंद शुक्ला के दिए पते हसनपुर मैनपुरी पर नियुक्ति पत्र भेजा तो वहां इस नाम से कोई नहीं मिला और नियुक्ति पत्र बैरंग हो गया था.
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विभाग ने इसी प्रकरण में स्कूल की वार्डन ललिता देवी की संविदा खत्म कर दी है. इस मामले में जिला समन्वयक (बालिका शिक्षा) पर कार्रवाई के लिए शासन को संस्तुति की जा रही है. जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी रामेंद्र कुमार सिंह ने मामले की जांच के लिए तीन सदस्यीय जांच समिति बनाई थी.
बीएसए के अनुसार, जांच समिति ने वार्डन ललिता देवी की ओर से राजकीय कार्यों के प्रति की गई लापरवाही पकड़ ली. ललिता देवी ने विभाग को इस बारे में अवगत नहीं कराया. बेसिक शिक्षा अधिकारी के निर्देश के बावजूद वार्डन ने दस जून तक अपना स्पष्टीकरण भी नहीं दिया. ऐसे में समिति की संस्तुति पर उनकी संविदा समाप्त कर दी गई है.
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उधर, जिला समन्वयक (बालिका शिक्षा) आदित्य नारायण शर्मा ने दस जून को अपना स्पष्टीकरण दे दिया था. उनके खिलाफ कार्रवाई के लिए शासन को पत्र लिखा जाएगा.
Source : News Nation Bureau