उत्तर प्रदेश के बरेली में सावन के पहले ही दिन जमकर बवाल हुआ. बरेली में कांवड़ वाले रास्तों पर प्रशासन ने मीट की दुकानों पर बैन लगाया था. इसके बाद भी दुकानें खुली थी. जब हिंदू संगठन के लोगों ने विरोध किया, तो पत्थरबाजी और चाकूबाजी की गई. इस दौरान बीजेपी नेता अंकित समेत कई लोग घायल हो गए. जिसके बाद नाराज भीड़ ने सड़क जाम कर दिया. सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने बामुश्किल हालात पर काबू पाया.
ये पूरा मामला बरेली के प्रियदर्शिनी नगर के रामजानकी मंदिर इलाके का है. जहां सावन महीने में कांवड़ वाले रास्तों पर मीट आदि बेचने पर प्रशासन ने रोक लगाई है. इसी आदेश की तालीम को लेकर नगर निगम की टीम गई थी. दुकानदारों से कहा गया कि सावन का पहला दिन है इसलिए दुकानें न खोली जाएं. शुरू में दुकानें बंद कर दी गईं लेकिन इसके बाद फिर खोल दी गईं. इस पर इन दुकानों को जबरन बंद कराने की कोशिश की गई. दुकानों के मालिक और बंद कराने वालों के बीच मारपीट और चाकूबाजी हुई.
अतिक्रमण हटाने को लेकर विवाद!
बरेली के एसएसपी सत्यार्थ अनिरुद्ध पंकज ने कहा कि इस क्षेत्र में मांस बेचने वाली दुकानों को लेकर कुछ लोगों को आपत्ति थी. सावन से पहले मीट की दुकानों को हटाने को लेकर विवाद हुआ. अतिक्रमण हटाने के लिए नगर निगम की टीम पहुंची तो हंगामा हुआ. इस दौरान गुस्साए लोगों ने निगम की टीम पर हमला कर दिया. हमले में बीजेपी नेता अंकित शुक्ला भी घायल हो गए हैं. पुलिस पूरे मामले की जांच कर आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई कर रही है.
पुलिस ने बरती लापरवाही!
सावन के पहले ही दिन शहर में बवाल होने के बाद पुलिस काफी एहतियात बरत रही है. शहर में काफी देर तक तरह तरह की अफवाह थीं. बताया जाता है कि प्रेम नगर थाना पुलिस को कई बार शिकायतें भी की गई थी लेकिन इस पर कोई संज्ञान नहीं लिया गया.
HIGHLIGHTS
- बरेली में मीट की दुकानों को लेकर बवाल
- नगर निगम की टीम पर दुकानदारों का हमला
- पत्थर-चाकूबाजी से बीजेपी नेता को किया घायल