Anil Dujana Encounter: यूपी और एनसीआर का खूंखार गैंगस्टर अनिल दुजाना को गुरुवार यूपी एसटीएफ ने मार गिराया. अनिल दुजाना पर 62 मामले दर्ज हैं. कई मामलों में वह फरार चल रहा था. उस पर 75 हजार का इनाम था. कुछ दिन पहले अनिल दुजाना जमानत पर जेल से रिहा हुए थे. वह तिहाड़ जेल में बंद था. जेल से बाहर आते ही उसके जयचंद प्रधान हत्याकांड में उसकी पत्नी और गवाह संगीता को मारने धमकी दी थी. इसके बाद अफसरों ने कार्रवाई की और उसे ढेर कर दिया. बीते सप्ताह उस पर 2 केस दर्ज हुए थे. नोएडा पुलिस और यूपी एसटीएफ अनिल दुजाना की गिरफ्तार को लगातार छापेमारी में जुटी हुई थीं.
उसे पकड़ने के लिए यूपी एसटीएफ की टीम लगातार सात दिनों से लगी हुई थी. उसने 20 जगहों पर छापेमारी की थी. मगर उसे सफलता हाथ नहीं लगी थी. अनिल दुजाना के जेल से बाहर आने के बाद से गवाहों के बीच भय का माहौल था. गौतबुद्ध नगर के बादलपुर कोतवाली का हिस्ट्रीशीटर है अनिल दुजाना. वह माफियाओ की सूची में टॉप पर था.
इंदिरा गांधी को भी दी थी जान से मारने की धमकी
अनिल दुजाना उस गांव का है जहां पर कुख्यात डाकू सुंदर लाल का राज था. उसने इंदिरा गांधी को मारने की धमकी दी थी. दुजाना पर पुलिस रिकॉर्ड में 2002 में गाजियाबाद के कवि नगर थाने में उसके खिलाफ हरबीर पहलवान की हत्या का पहला मामला दर्ज किया गया था. मुजफ्फरनगर के रोहाना में भी एक हत्या का मामला शामिल है.
पश्चिमी यूपी में अनिल दुजाना खौफ का पर्याय था. उस पर लूट, डकैती, हत्या समेत कई केस दर्ज किए गए थे. दुजाना के पिछले दिनों जेल से बाहर आने की खबर के बाद से मेरठ एसटीएफ और वेस्ट यूपी की पुलिस उसकी तलाशी कर रही थी.
अनिल दुजाना की उम्र 36 साल थी. दुजाना पर दर्ज 62 मामलों में 18 कत्ल, रंगदारी, लूटपाट, जमीन पर कब्जा, कब्जा छुड़वाना और आर्म्स एक्ट जैसे कई संवेदनशील मामले थे. उस राष्ट्रीय सुरक्षा कानून यानी रासुका और गैंगस्टर एक्ट भी लगा हुआ था. उस पर बुलंदशहर पुलिस ने 25 हजार और नोएडा पुलिस ने 50 हजार का इनाम पर था. पुराने मामले में पेश न होने की वजह से कोर्ट ने गैरजमानती वॉरंट जारी कर रखा था.
HIGHLIGHTS
- उस पर 75 हजार का इनाम था
- बीते सप्ताह उस पर 2 केस दर्ज हुए थे
- वेस्ट यूपी की पुलिस उसकी तलाशी कर रही थी