उत्तर प्रदेश के पशुधन घोटाले मामले में भगोड़े डीआईजी अरविंद सेन के खिलाफ पुलिस ने कार्रवाई तेज कर दी है. पशुपालन विभाग में आटे की सप्लाई के नाम पर हुए फर्जीवाड़ा में अरविंद सेन की संपत्ति कुर्क करने का नोटिस जारी किया गया है. पुलिस ने गोमतीनगर में उनके फ्लैट के अलावा अयोध्या और अम्बेडकरनगर में एक दर्जन से अधिक चल-अचल सम्पत्ति चिन्हित की है. वहीं पुलिस महोबा के पूर्व एसपी मणिलाल पाटीदार के बाद अब आईपीएस अधिकारी अरविंद सेन के खिलाफ भी लुकआउट नोटिस जारी कराने की तैयारी में हैं.
पुलिस अरविंद सेन की करोड़ों की चल-अचल संपत्ति के बारे में कई और जानकारियां खंगाली जा रही है.कानूनी औपचारिकता पूरी होते ही संपत्तियों को कुर्क करने की तैयारी की जाएगी. इसके अलावा लुकआउट नोटिस भी जारी किया जा सकता है.
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बता दें कि अरविंद सेन पर आरोप है कि उन्होंने अपने पद का दुरुपयोग करते हुए पशुधन विभाग में अवैध तरीके से निविदा का आवंटन कराया. मुकदमे में 12 नामजद तथा अन्य अज्ञात लोगों के खिलाफ आरोप लगाए गए थे कि उन्होंने पशुधन विभाग में ठेका दिलाने के नाम पर कारोबारी एमएस भाटिया से नौ करोड़ 72 लाख रुपये ठग लिए बाद में पुलिस अधिकारियों की मदद से उसे प्रताड़ित किया गया तथा धमकाया गया.
इस मामले में संलिप्तता सामने आने के बाद राज्य सरकार ने गत 22 अगस्त को सेन को निलंबित कर दिया था और मुकदमे में अभियुक्त के तौर पर उनका नाम जोड़ा गया था. शिकायतकर्ता कारोबारी ने अपने बयान में सेन पर आरोप लगाया था कि उन्होंने उसे वर्ष 2019 में सीबीसीआईडी में पुलिस अधीक्षक के पद पर तैनाती के दौरान विभूति खंड स्थित अपने कार्यालय बुलाकर धमकाया था.
Source : News Nation Bureau