उत्तर प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह के गृह जनपद सिद्धार्थनगर में कोरोना वैक्सीनेशन में स्वास्थ्य विभाग की बड़ी लापरवाही मामले में स्वास्थ्य विभाग ने कार्रवाई की है. दो अलग अलग वैक्सीनेशन लगाने को लेकर स्वास्थ्य विभाग ने तीन कर्मियो पर हुई कार्रवाही की. कोविशील्ड की जगह कोवैक्सीन लगाने के मामले में एएनएम पर गिरी गाज, वह निलंबित कर दी गई है. साथ ही बढ़नी एमओआईसी के स्थानांतरण और आईओ की फाइनेंसियल रिकबरी का आदेश दिया गया है. यह कार्रवाई मुख्य चिकित्साधिकारी ने की. बता दें कि प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बढ़नी के उपकेंद्र औंदही कलां में 20 लोगों को दो अलग-अलग कंपनियों की कोरोना वैक्सीन लगा दी गई थी. इन्हें वैक्सीन की पहली डोज कोविशील्ड की लगाई गई थी, फिर दूसरी डोज कोवैक्सीन की लगा दी गई. हालांकि जिन लोगों को वैक्सीन का दी गई है वे फिलहाल ठीक हैं.
बता दे कि यूपी के सिद्धार्थनगर जिले के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बढ़नी के उपकेंद्र औंदही कलां में 20 लोगों को अलग-अलग वैक्सीन की डोज लगाने के मामला 14 मई को सामने आया था, लेकिन अभी तक कार्रवाई नहीं हुई है. लोगों की निगरानी करने और जांच कराने के सीएमओ के दावे के बाद भी किसी मरीज की निगरानी नहीं हुई और न ही दोषियों के खिलाफ कार्रवाई.
जिलाधिकारी दीपक मीणा ने दो सदस्यीय टीम बनाकर तीन दिन में जांच रिपोर्ट मांगी थी. जांच टीम के सदस्यों एसीएमओ डा. सौरभ चतुर्वेदी और डा. डीके चौधरी ने एएनएम, केंद्र प्रभारी और ब्लाक कोल्ड चेन मैनेजर को दोषी मानते हुए उनके खिलाफ कार्रवाई की संस्तुति की थी.
जानें पूरा मामला
मानपुर और औदही कलां के 20 ग्रामीणों को पहली डोज कोविशील्ड और दूसरी कोवैक्सीन लगाई थी. एएनएम कमलावती ने कहा था कि बढ़नी से यही वैक्सीन लगाने के लिए मिली थी. किसी ने नहीं बताया कि दूसरे डोज में इसे नहीं दे सकते. एमओआइसी बढ़नी डा. एसके पटेल ने माना भी था कि गलती से केंद्र पर कोविशील्ड की जगह कोवैक्सीन चली गई थी.
HIGHLIGHTS
- दो अलग अलग वैक्सीनेशन लगाने को लेकर स्वास्थ्य विभाग ने की कार्रवाई
- स्वास्थ विभाग की लापरवाही के बाद तीन कर्मियो पर हुई कार्रवाई
- कोविशील्ड की जगह कोवैक्सीन लगाने के मामले में एएनएम पर गिरी गाज