उत्तर प्रदेश पुलिस ने गुरुवार को कहा कि बरेली जिले के गांव में मुसलमानों को अपना घर छोड़ने की धमकी देने वाला पोस्टर चिपकाने वाले बदमाशों का पता लगाने के लिए पुलिस की दो टीमों का गठन किया गया है।
पुलिस ने धर्म, जाति, जन्म स्थान, निवास, भाषा के आधार पर विभिन्न समूहों के बीच शत्रुता को बढ़ावा देने और इसके प्रतिकूल कृत्य के लिए भारतीय दंड संहिता की धारा 153-ए के तहत अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।
पुलिस जनसंपर्क विभाग के महानिदेशक राहुल श्रीवास्तव ने बताया कि प्रथमदृष्टया इस मामले में गांव के कुछ शरारती तत्वों का हाथ लगता है।
बरेली से 70 किमी दूर जियानगला के एक ग्रामीण ने बुधवार को पुलिस में इस सिलसिले में शिकायत दर्ज कराई। इस शिकायत में ग्रामीण ने कहा है कि हिंदी में लिखे पोस्टर उसके घर की दीवार और दरवाजे पर चिपकाए गए हैं जिसमें मुस्लिम ग्रामवासियों को साल के अंत तक गांव छोड़ने को कहा गया है क्योंकि बीजेपी उत्तर प्रदेश की सत्ता में आ गई है।
गांव में 2,600 निवासी हैं जिसमें से 250 मुस्लिम हैं। जिले के अधिकारियों ने कहा कि कुछ को छोड़कर बाकी पोस्टर फोटोकॉपी कराए गए हैं। इनमें शुरू में 'जयश्री राम' लिखा गया है और हस्ताक्षर की जगह पर 'गांव के हिंदू' लिखा गया है।
मुस्लिम निवासियों ने पुलिस से अपनी सुरक्षा सुनिश्चित करने का निवेदन किया है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, 'खुफिया इकाइयों ने गांव व आसपास के इलाके पर सर्तकता बढ़ा दी है। हम बदमाशों पर पर कड़ी नजर बनाए हुए हैं।'
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HIGHLIGHTS
- यूपी के बरेली के एक गांव में लगे मुस्लिम विरोधी पोस्टर, पुलिस ने कार्रवाई शुरू की
- पोस्टर में लिखा, साल के अंत तक मुस्लिम गांव छोड़ें, बीजेपी उत्तर प्रदेश की सत्ता में आ गई है
- गांव में 2,600 निवासी हैं जिसमें से 250 मुस्लिम हैं, शरारती तत्वों का हो सकता है हाथ
Source : IANS