उत्तर प्रदेश में बांदा की युवा आर्टिस्ट अपूर्वा सोनी ने लॉकडाउन के दौरान सेल्फ क्वारंटाइन समय में कोरोना से लड़ती पूरी दुनिया की तस्वीर ही बना डाली है और लॉकडाउन में बंद भारत के जज्बातों को उकेरने के साथ पूरी दुनिया को अपनी तस्वीरों में जगह दी है. मैनेजमेंट के क्षेत्र से आने वाली बांदा शहर के आवास विकास कॉलोनी की रहने वाली युवा आर्टिस्ट सोनी (29) अपने क्वारंटाइन के समय का सदुपयोग कर रही हैं. पूरी दुनिया कोविड-19 से अपने-अपने तरीके से जंग लड़ रही है, लेकिन एक आर्टिस्ट ने इस जंग को पेंटिंग में किस तरह उकेरा है, यह देखने लायक है.
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सोनी कहती हैं, एक अच्छी तस्वीर संचार का सबसे अच्छा माध्यम होती है. कोरोनावायरस से हम सब मिलकर जंग लड़ रहे हैं. हमारे स्वास्थ्यकर्मी, पुलिस और पत्रकारों की सराहना दुनिया कर रही है. इसीलिए मैंने इन्हें सम्मान देने की कोशिश करते हुए दुनिया में लॉकडाउन और कोरोना के तमाम आयामों को अपनी तस्वीरों में जगह देने की कोशिश की है.
उन्होंने कहा, आज डब्ल्यूएचओ, अमेरिका और ब्रिटेन जैसे देश भी कोरोना से लड़ने में भारत की चिकित्सा पद्धति और योग की सराहना कर रहे हैं. प्रधानमंत्री मोदी ने दिया जलाने की जो अपील की है, उसे मेरी तस्वीर को देख आप समझ सकते हैं. दिये की रोशनी से हमारा अंतर्मन और बाह्य वातावरण दोनों शुद्ध होता है. योगमुद्रा हमारे मानसिक एवं शारीरिक रूप में सामंजस्य बिठाने में सामथ्र्य प्रदान करती है.
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आम दिनों में अपूर्वा खुद की आर्ट, पेंटिंग और प्रदर्शनियों में इधर-उधर व्यस्त रहती हैं, लेकिन लॉकडाउन के समय में वह बांदा शहर के आवास विकास कॉलोनी स्थित अपने घर में रहकर अपना क्वारंटाइन के समय का बखूबी सदुपयोग कर रही हैं.
Source : IANS