अतीक अहमद ने देवरिया जेल की बैरक नंबर 7 को पूरी तरह से यातना गृह बना लिया था. उस बैरक में वह विरोधियों को बुलाकर उनकी पिटाई करता था. पिछले 20 माह में ऐसे कई मामले सामने आए हैं, जिसमें अतीक अहमद ने वसूली, धमकी व अपना वर्चस्व कायम रखने के लिए कई लोगों की बुरी तरह से पिटाई की थी. क्राइम ब्रांच की अतीक अहमद की दबंगई के मामले की जांच में यह खुलासा हुआ है. उधर, क्राइम ब्रांच अतीक अहमद की पत्नी के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज कर सकती है. वारदात से 2 माह पहले अतीक की पत्नी के अकाउंट में 75 लाख रुपये एक व्यापारी के खाते से ट्रांसफर हुआ था. पुलिस इसे रंगदारी की रकम मानकर अतीक की पत्नी से पूछताछ कर सकती है.
TV चैनल आजतक के अनुसार, क्राइम ब्रांच ने आधा दर्जन से ज्यादा ऐसे लोगों का पता लगाया है, जिनको अतीक अहमद ने यातनाएं दी थीं. क्राइम ब्रांच ने ऐसे मामलों में तथ्यों का पता लगाकर आगे की कार्रवाई की तैयारी कर ली है. सूत्रों के मुताबिक अतीक अहमद के कई करीबी बाहर से लोगों को जबरन उठाकर लाते थे और जेल के भीतर अतीक को सौंप देते थे. इसमें जेल प्रशासन की भी संलिप्तता सामने आई है. जांच में यह भी पता चला है कि अतीक से मिलने आने के लिए किसी भी शख्स की कोई पूछताछ या तलाशी नहीं होती थी. फिलहाल, इस मामले में अतीक को देवरिया जेल से शिफ्ट करके बरेली की जेल भेज दिया गया है और क्राइम ब्रांच उसके तमाम दूसरे मामलों की जांच कर रही है. बरेली सेंट्रल जेल के गेट पर मीडिया के सवालों के जवाब में अतीक अहमद ने कहा, वह जेल से ही लोकसभा चुनाव लड़ेंगे. अतीक अहमद ने कहा, पूरी कहानी को फिल्मी बना दिया गया है.
अतीक अहमद के खिलाफ यह मामला तब सामने आया, जब देवरिया जिला जेल में बंद बाहुबली पूर्व सांसद अतीक अहमद ने लखनऊ के एक रियल स्टेट कारोबारी का अपहरण करवाया और देवरिया जेल के भीतर बुलाकर मारा-पीटा. कारोबारी की उंगलियां तक तोड़ डालीं. इस मामले में कई अफसर नप गए. वहीं, अपहरण में शामिल अतीक के दो गुर्गों को भी गिरफ्तार किया गया.
Source : News Nation Bureau