Atiq Ahmed Police Custody : उमेश पाल हत्याकांड में पूर्वांचल के बाहुबली माफिया डॉन अतीक अहमद और उसके परिवार पर कानून शिंकजा कसता जा रहा है. बेटे असद के एनकाउंटर से अतीक गम में डूबा है और उसने खाना भी छोड़ दिया. पुलिस से अतीक बोला कि मुझे मेरे बेटे की मिट्टी में जाने दो. पुलिस हिरासत में अतीक और उसके भाई अशरफ दोनों का रो-रोकर बुरा हाल है. प्रयागराज की पुलिस ने शुक्रवार को अलग-अलग कमरों में दोनों भाइयों से करीब 12 घंटे तक पूछताछ की है. आइये जानते हैं कि पुलिस ने अतीक से क्या-क्या सवाल पूछे हैं...
पुलिस का सवाल : उमेश पाल हत्याकांड मामले में तुम्हारे बेटे को मारा गया है, क्या तुम्हें इसकी जानकारी है.
अतीक का जवाब : हां, लेकिन पुलिस ने बहुत गलत किया.
सवाल : उमेश पाल की हत्या के मामले में तुम्हारा क्या रोल है?
जवाब : उसी में अब तो मेरे बेटे को मार दिया, तब क्या रोल पूछ रहे हो. अगर मेरा कोई रोल होता तो मैं पहले ही नहीं मरवा देता, जब उसने मुझसे गद्दारी की थी.
सवाल : असद अहमद मौके पर कैसे पहुंचा.
जवाब : मुझे कैसे पता चलेगा. मैं तो गुजरात की साबरमती जेल में बंदा था और अशरफ बरेली जेल में. अब तो जेल में बात करने की भी मनाही है.
सवाल : गुड्डू मुस्लिम, गुलाम और तुम्हारे सभी शूटर असद के साथ कैसे पहुंच गए?
जवाब : किसी ने मुझे बताया है कि असद का वीडियो आया है, जिसमें वह गन लोड कर रहा है, जबकि उसको गन चलाना आता ही नहीं है. तब वह कैसे इस घटना को अंजाम दे सकता है? गुड्डू गुलाम कैसे वहां पर गए थे, यह उनका व्यक्तिगत मामला हो सकता है. उमेश पाल से गुड्डू और गुलाम का झगड़ा या कुछ हुआ होगा.
सवाल : शाइस्ता परवीन कहां पर है?
जवाब : मुझे नहीं पता है. मैं कई बार बता चुका हूं कि इसके बारे में मुझे कोई भी जानकारी नहीं है.
सवाल : क्या तुम्हारी मदद कुछ नेता कर रहे हैं?
जवाब : मैं सांसद रहा हूं, मेरे संबंध कई नेताओं से हैं और मैं सबसे संबंध निभाता हूं, क्योंकि सभी को मेरी जरूरत पड़ती है.
सवाल : तुम्हें पूरी घटना की जानकारी थी.
जवाब : हां, किसी ने साबरमती जेल में मुझे यह बताया था कि तुम्हारा दुश्मन मारा गया.
सवाल : क्या जेल से तुम आईफोन से बात नहीं करते थे?
जवाब : जेल में सब मना है तो कोई कैसे फोन का इस्तेमाल कर सकता है.
सवाल : क्या गुड्डू मुस्लिम ने हत्या से पहले तुमसे जेल में मुलाकात नहीं की थी.
जवाब : मेरी मुलाकात 2009 के बाद गुड्डू से नहीं हुई है. वो बिहार के एक बड़े नेता के साथ काम करता था.