Atiq-Ashraf Murder : अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ अहमद का साम्राज्य खत्म हो गया है. उमेश पाल हत्याकांड के बाद सीएम योगी आदित्यानाथ ने विधानसभा में कहा था कि माफियाओं को मिट्टी में दूंगा. उनका यह संदेश शनिवार देर रात सच हो गया. तीन हमलावरों ने अतीक ब्रदर्स की गोली मारकर हत्या कर दी. पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया. तीन तेजतर्रार रिटायर्ड जज और आईपीएस अफसर अब अतीक ब्रदर्स हत्याकांड की जांच करेंगे. (Atiq-Ashraf Murder)
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सीएम योगी आदित्यनाथ ने शनिवार देर रात ही अतीक और अशरफ अहमद मर्डर केस का संज्ञान लिया और हाईलेवल मीटिंग के बाद न्यायिक आयोग के आदेश दिए. गृह विभाग की ओर से कमीशन ऑफ इनक्वायरी एक्ट 1952 के तहत 15 अप्रैल को जनपद प्रयागराज के घटनाक्रम की विस्तृत जांच के लिए न्यायिक आयोग गठित कर दिया गया है. इसके लिए गृह विभाग ने औपचारिक आदेश निर्गत किए हैं. (Atiq-Ashraf Murder)
Three-member judicial enquiry committee pertaining to the murder of #AtiqAhmed, his brother, to give a report to UP government in two months. The committee will be headed by Retired Justice Arvind Kumar Tripathi of Allahabad HC, including retired IPC officer Subesh Kumar Singh…
— ANI (@ANI) April 16, 2023
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दो माह के भीतर तीन सदस्यीय न्यायिक आयोग पूरे प्रकरण की जांच करके शासन को अपनी रिपोर्ट सौंपेगा. तीन सदस्यीय आयोग में रिटायर्ड जज आईपीएस अफसर को शामिल किया गया. अरविंद कुमार त्रिपाठी द्वितीय सेवानिवृत्त न्यायमूर्ति, उच्च न्यायालय इलाहाबाद के नेतृत्व में कार्य करेंगे. सुबेश कुमार सिंह, आईपीएस रिटायर्ड डीजीपी उत्तर प्रदेश और बृजेश कुमार सोनी सेवानिवृत्त जनपद न्यायाधीश उत्तर प्रदेश आयोग के अन्य दो सदस्य होंगे. (Atiq-Ashraf Murder)