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अतीक-अशरफ हत्याकांड में बड़ा खुलासा: हमलावरों का सुंदर भाटी गैंग से जुड़ा तार! इस जेल में हुई थी मुलाकात

पश्चिमी यूपी के गैंगस्टर सुंदर सिंह भाटी से हुई थी. जमानत पर बाहर आने के बाद सन्नी सुंदर भाटी के लिए काम करने लगा. अ

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Prashant Jha
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अतीक-अशरफ हत्याकांड( Photo Credit : फाइल फोटो)

उत्तर प्रदेश का गैंगस्टर अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की गोली मारकर हत्या कर दी गई. प्रयागराज में शनिवार की रात 10:30 बजे तीन हमलावरों ने फायरिंग कर दोनों की हत्या कर दी. तकरीबन 40 सेकेंड में यह पूरी वारदात हो गई. घटना के बाद तीनों हमलावरों ने पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया. वहीं, अतीक-अशरफ हत्याकांड के बाद प्रयागराज में धारा 144 लागू के साथ अलर्ट जारी कर दिया गया है. पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर रही है. बता दें कि यूपी पुलिस कोर्ट के आदेश पर अतीक और अशरफ को मेडिकल के लिए प्रयागराज के कॉल्विन अस्पताल लाया गया था. इसी दौरान अपराधी लवलेश, अरुण और सन्नी ने विदेशी हथियार से अतीक पर गोलियों से भून दिया.

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तीनों हमलवार उत्तर प्रदेश के रहने वाले हैं. लवलेश तिवारी बांदा का है. वहीं, अरुण मौर्य कासगंज का रहने वाला है, जबकि सन्नी हमीरपुर निवासी है. पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक, तीनों हमलावरों पर कई मामले दर्ज हैं. हमीरपुर निवासी सन्नी पर 14 से 15 मामले दर्ज हैं. कई मामलों में वह जेल भी जा चुका है. इसी दौरान उसकी मुलाकात पश्चिमी यूपी के गैंगस्टर सुंदर सिंह भाटी से हुई थी. जमानत पर बाहर आने के बाद सन्नी सुंदर भाटी के लिए काम करने लगा. आशंका जताई जा रही है कि सन्नी ने सुंदर भाटी के इशारों पर इस हत्याकांड को अंजाम दिया है. हालांकि, अभी तक इस बारे में बयान सामने नहीं है. पुलिस हमीरपुर निवासी सन्नी से पूछताछ कर रही है. पुलिस का दावा है कि जल्द ही हमलावरों से सच उगलवाया जाएगा.

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हमलावरों के किसी बड़े गैंग से संपर्क में होने की आशंका 

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हालांकि, अपराध की दुनिया से नाता रखने वाला सन्नी ने अभी किसी गैंग से जुड़े होने की बात को कबूल नहीं किया है. पर जिस तरह से आरोपियों ने अतीक-अशरफ को पेशेवर अंदाज में गोली मारी है. उससे इनकार नहीं किया जा सकता कि ये किसी बड़े गैंग या माफिया से संपर्क में है. पुलिस को आशंका है कि अतीक और अशरफ की हत्या में शामिल तुर्कीए हथियार (जिगाना पिस्टल) सनी को सुंदर भाटी से ही मिली है. फिलहाल पुलिस हमलावरों से सघन पूछताछ कर रही है. 

वहीं, हत्याकांड के थोड़ी देर बाद ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने  जांच के लिए 3 सदस्यीय न्यायिक आयोग का गठन कर दिया है. रिपोर्ट आने के बाद ही इसका खुलासा हो पाएगा.  

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 अपराधी पृष्ठभूमि से आते हैं तीनों हमलावर

अतीक-अशरफ हत्याकांड में शामिल तीनों आरोपियों का नाता जुर्म की दुनिया से पुराना है. अरुण पर हत्या का एक मामला दर्ज है. वह पिछले 5-6 साल से परिवार से अलग रह रहा है.  वहीं, सनी के खिलाफ 14-15 मामले दर्ज हैं. वहीं, लवलेश एक लड़की को थप्पड़ मारने के आरोप में जेल जा चुका है. लोअर मिडिल क्लास से तालुक रखने वाले  लवलेश, अरुण और सनी क्रिमिनल बैकग्राउंड से हैं.

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