टेरर फंडिंग (terror funding) मामले के मास्टरमाइंड (mastermind) समेत दो को गुरुवार को एटीएस (ATS) ने गिरफ्तार कर लिया है. एटीएस ने बरेली से सिराज और फहीम को गिरफ्तार कर लिया है. आरोपियों से स्विफ्ट डिजायर कार बरामद हुई है. बताया जा रहा है कि आरोपी नेपाल (nepal) के खातों में बड़ी रकम मंगवाते थे. बॉर्डर एरिया के जरिए यह रकम बरेली और लखीमपुर लाई जाती थी. चार आरोपियों को एटीएस ने पहले ही गिरफ्तार किया था. आरोपियों से पूछताछ के बाद सिराज और फहीम की गिरफ्तारी हुई.
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वहीं इससे पहले मोस्ट वांटेड आतंकी अब्दुल वहाब शेख को गुजरात ATS और अहमदाबाद क्राइम ब्रांच ने दबोच लिया था. वह जेद्दा से अमेरिका लौट रहा था, तभी उसे पकड़ लिया गया. उसने 2003 के जेहादी षड्यंत्र में वित्तीय सहयोग दिया था. सालों से वह सऊदी में रह रहा था. उसने षड्यंत्र के तहत 3 नेताओं की हत्या के लिए वित्तीय सहायता की थी. पाकिस्तान की आईएसआई (ISI), लश्कर ए तैयबा और जैश-ए-मोहमद की मदद से जेहादी षड्यंत्र का मकसद हिन्दू नेताओं की हत्या करके बदला लेकर आतंक फैलाना था.
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82 लोगों के खिलाफ 2003 में मामला दर्ज किया गया था, जिसमें 12 से ज्यादा आरोपी फरार थे जबकि कुछ विदेश भागने में सफल रहे थे. हरेन पंड्या की हत्या ,जयदीप पटेल पर हमला इसमें शामिल थे. हरेन पांड्या की हत्या के बाद वीएचपी (VHP) नेता जयदीप पटेल और जगदीश तिवारी को गोली मारी गई थी, जानलेवा हमले के बावजूद दोनों की जान बच गई थी."