देश में इन दिनों ट्रेनों को पलटने की साजिश खूब रची जा रही है. हाल ही में कानपुर में भी ट्रेन को पलटने की साजिश रची गई थी. मंगलवार को एटीएस ने दो मदरसों में छापा मारा, जहां से दो मौलानाओं को पकड़ा गया. दोनों अवैध तरीके से भारत में रह रहे थे. वे युवाओं को बरगलाकर साजिश को बढ़ावा देते थे. हालांकि, पुलिस किसी छापेमारी के बारे में जानकारी देने से बच रही है.
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यह है पूरा मामला
बता दें, एटीएस को जानकारी मिली कि कौशांबी में दो मौलाना पहचान छिपाकर रह रहे थे. वे प्रतिबंधित संगठन पीएफआई के एजेंट भी हैं. एटीएस को आशंका है कि वही दोनों मौलाना कानपुर की घटना में शामिल हो सकते हैं. इसलिए, एटीएस ने सरायअकिल और चरवा के दो मदरसों में छापेमारी की. मदरसे से दो मौलाना पकड़ाए गए, जो फर्जी भारतीय नागरिकता लेकर रखे थे.
युवाओं को बरगलाते थे घुसपैठिए
जानकारी के अनुसार, दोनों मौलाना नेपाल के रहने वाले हैं. दोनों में से एक का नाम फिरोज है, जिसके खिलाफ कौशांबी, कानुपर और फतेहपुर में केस दर्ज किए. दोनों मौलानाओं पर आरोप है कि वे नौजवानों को बरगलाते थे और फिर ऐसी घटनाओं को अंजाम देते थे.
एसपी बोले- सोशल मीडिया से मिली जानकारी
खास बात है कि पुलिस अधिकारी तीन घंटे चली इस कार्रवाई के बारे में कोई भी जानकारी देने से बच रहे हैं. पुलिस अधीक्षण बृजेश कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि सोशल मीडिया के जरिए ही उन्हें भी एटीएस के छापेमारी की जानकारी मिली है.
सेना से भरी ट्रेन को उड़ाने की साजिश रचने वाला साबिर गिरफ्तार
मध्यप्रदेश के खंडवा-बुरहानपुर रेलवे ट्रक पर 18 सितंबर को डेटोनेटर्स रखे थे. आर्मी जवानों से भरी ट्रेन को उड़ाने की साजिश रचने के आरोप में आरपीएफ ने मोहम्मद साबिर को गिरफ्तार किया है. साबिर रेलवे कर्मी है. पुलिस अब इस मामले की जांच कर रही हैं. पुलिस के साथ-साथ आईबी, एनआईए भी इस केस में जुटी हुई हैं, क्योंकि इस बार सेना के जवानों से भरी ट्रेन को उड़ाने की साजिश रची गई थी.