उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) ने औरैया सड़क हादसे में कड़ी कर्रवाई की है. इस मामले में बॉर्डर के दो थानाध्यक्षों को निलंबित कर दिया गया है. साथ ही उक्त क्षेत्राधिकारियों को कड़ी चेतावनी देने के निर्देश दिए हैं. मुख्यमंत्री ने वरिष्ठ पुलिस अधिक्षक व अतरिक्त पुलिस अधीक्षक मथुरा एवं आगरा से मामले में स्पष्टीकरण मांगा है. इसके अलावा एडीजी और आइजी आगरा से भी घटना में स्पष्टीकरण देने को कहा गया है. दूसरी ओर, पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने औरैया हादसे को लेकर दु:ख व्यक्त करते हुए ट्वीट किया, उत्तर प्रदेश के औरैया में सड़क दुर्घटना बेहद ही दुखद है. सरकार राहत कार्य में तत्परता से जुटी है. इस हादसे में मारे गए लोगों के परिजनों के प्रति अपनी संवेदना प्रकट करता हूं, साथ ही घायलों के जल्द से जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं."
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इसके अलावा दुर्घटना के लिए जिम्मेदार ट्रक मालिकों व चालकों के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा पंजीकृत करने और वाहनों को जब्त करने के निर्देश दिए गए हैं. श्रमिकों व कामगारों को भोजन पानी देकर बसों से सुरक्षित भिजवाने के लिए कहा है. मुख्यमंत्री द्वारा सभी बॉर्डर क्षेत्रों में इस निर्देश पर फिर से बल दिया गया है कि ट्रक आदि असुरक्षित साधनों से कोई भी व्यक्ति न चले. मुख्यमंत्री द्वारा बॉर्डर के हर जिले में 200 बस जिलाधिकारी के निवर्तन पर रखने का आदेश पहले ही दे रखा है. साथ ही श्रमिकों को बस से भेजने के लिए धनराशि भी स्वीत की है.
मुख्यमंत्री ने सभी डीएम को फिर से निर्देश दिया है कि इन आदेशों का कड़ाई से पालन किया जाए. घटना के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मृतक मजदूरों के परिजनों को 2-2 लाख और घायलों के उपचार के लिए 50-50 हजार रुपये की आर्थिक सहायता का ऐलान किया है.
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उधर, कांग्रेस नेता राहुल गांधी, प्रियंका गांधी और उत्तर प्रदेश सरकार के दोनों उपमुख्यमंत्री भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने भी संवेदना जताई है. सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने संवेदना व्यक्त करते हुए हादसे को हत्या करार दिया है. उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या ने लिखा कि "जनपद औरैया में सड़क दुर्घटना में प्रवासी मजदूरों के निधन की दु:खद सूचना प्राप्त हुई. ईश्वर से प्रार्थना है कि हताहत हुए लोगों के परिवार को यह दुख सहन करने का साहस एवं संबल दें. प्रदेश सरकार ने जिला प्रशासन को पीड़ितों को राहत प्रदान करने,घायलों का उपचार कराने के निर्देश दिए हैं."
उपमुख्यमंत्री डा़ॅ दिनेश शर्मा ने लिखा कि "उत्तर प्रदेश के औरैया में सड़क हादसे में 24 लोगों की मौत और अनेक लोगों के घायल होने की खबर से दुखी हूं. ईश्वर से प्रार्थना है वे सभी दिवंगत आत्माओं को शांति प्रदान करें एवं शोकाकुल परिजनों को यह आघात सहने की शक्ति दें."
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भाजपा प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह ने लिखा कि "औरैया सड़क दुर्घटना में श्रमिकों की मृत्यु की सूचना मन को आहत करने वाली है . ईश्वर दिवंगत आत्माओं को शांति प्रदान करे व उनके परिवारजनों को इस दु:खद समय में संबल प्रदान करे."
सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने ट्वीटर पर लिखा है कि "उप्र के औरैया में सड़क हादसे में 24 से भी अधिक प्रवासी मजदूरों की मौत पर अवर्णनीय दुख है, घायलों के लिए दुआएं. सब कुछ जानकऱ़, सब कुछ देखकर भी़, मौैन धारण करने वाले हृदयहीन लोग और उनके समर्थक देखें कबतक इस उपेक्षा को उचित ठहराते हैं. ऐसे हादसे मृत्यु नहीं हत्या हैं." अखिलेश ने अपने दूसरे ट्वीट में लिखा है कि घर लौट रहे प्रवासी मजदूरों के मारे जाने की खबरें दिल दहलाने वाली हैं. मूलत: ये वो लोग हैं जो घर चलाते थे, इसलिए समाजवादी पार्टी प्रदेश के प्रत्येक मृतक के परिवार को एक लाख रुपये की मदद देगी. नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए निष्ठुर भाजपा सरकार भी प्रत्येक मृतक के परिवार को दस लाख रुपये की राशि दे."
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कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व सांसद राहुल गांधी ने लिखा कि "उतर प्रदेश के औरैया में सड़क हादसे में 24 मजदूरों की मौत और अनेक लोगों के घायल होने की खबर से आहत हूं. मृतकों के परिवारों के प्रति मैं अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं और घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं."
महासचिव प्रियंका ने लिखा कि औरैया की हृदय विदारक घटना ने एक बार फिर यह प्रश्न उपस्थित कर दिया है कि आखिर सरकार क्या सोचकर इन मजदूरों के घर जाने की समुचित व्यवस्था नहीं कर रही है? प्रदेश के अंदर मजदूरों को ले जाने के लिए बसें क्यों नहीं चलाई जा रही हैं? या तो सरकार को कुछ दिख नहीं रहा या वो सब कुछ देख के अनजान बनी हुई है. क्या सरकार का काम सिर्फ बयानबाजी करना रह गया है?
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ज्ञात हो कि उत्तर प्रदेश के औरैया में शनिवार को नेशनल हाईवे पर ढाबे के सामने खड़े कंटेनर में डीसीएम के टकरान से उसमें सवार 24 मजदूरों की मौत हो गई है जबकि करीब तीन दर्जन घायलों का अलग-अलग अस्पतालों में इलाज चल रहा है. ये सभी प्रवासी दिल्ली और फरीदाबाद से गोरखपुर और बिहार लौट रहे थे.
Source : IANS