एक तरफ पूरी दुनिया के राम भक्त अयोध्या में अपने आराध्य के मंदिर की खुशखबरी के लिए सुप्रीम कोर्ट की ओर उम्मीद भरी नजरों से देख रहे हैं तो वहीं दूसरी तरफ प्रस्तावित राम मंदिर के मॉडल से लेकर इसकी तमाम विशेषताओं पर एक बार फिर से चर्चा होने लगी है. अयोध्या में विश्व हिंदू परिषद का प्रस्तावित मंदिर का डिजाइन कैसा होगा? मंदिर परिसर की कैसी होगी तस्वीर? VHP के प्रस्तावित राम मंदिर में कहां विराजेंगे रामललला. कहां सजेगा उनका दरबार. ये जानने के लिए हमारी टीम ने बात की प्रस्तावित राम मंदिर के डिजाइन का ब्लू प्रिंट बनाने वाले अहमदाबाद के मशहूर वास्तुकार चंद्रकांत सोमपुरा से.
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चंद्रकांत ही वो शख्स हैं जिन्होंने आज से करीब 30 साल पहले प्रस्तावित राम मंदिर के वास्तुशिल्प की रूप रेखा तैयार की थी. और आज भी उनके निर्देशन में प्रस्तावित राम मंदिर की तैयारी चल रही है. चंद्रकांत सोमपुरा के पूरे परिवार को पारंपरिक भारतीय मंदिरों के नक्शे बनाने की महारत हासिल है. इनके दादा प्रभाशंकर सोमपुरा गुजरात के मशहूर सोमनाथ मंदिर के वास्तुकार थे. चंद्रकांत सोमपुरा के पिता भी अपने जमाने के जाने माने आर्किटेक्ट थे, उन्होंने बद्रीनाथ मंदिर की मरम्मत के अभियान में हिस्सा लिया था. अब सोमपुरा परिवार की ये तीसरी और चौथी पीढ़ी देश के प्रसिद्ध मंदिरों को आकार देने में जुटी हैं.
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प्रस्तावित भव्य राम मंदिर के नक्शे में जहां प्रभु श्रीराम के दरबार की कल्पना है. उसकी चारों दिशाओं में अलग-अलग द्वार होंगे. वहीं लक्ष्मण, भरत, शत्रुघ्न और मां सीता का मंदिर में राम मंदिर के चारों दिशाओं में बनेगा. इस मंदिर परिसर में रावण पर प्रभु श्रीराम की विजय का प्रतीक विजय स्तंभ भी होगा. प्रस्तावित राम मंदिर निर्माण को लेकर VHP की अब तक जो प्लानिंग है. उसके मुताबिक मंदिर के 24 द्वार चंदन की लकड़ी के होंगे. वहीं चौखटों में संगमरमर का इस्तेमाल किया जाएगा. फिलहाल प्रस्तावित राम मंदिर के इस डिजाइन से साफ पता चलता है कि प्रभु श्रीराम के भक्तों के सपनों का ये दिव्य मंदिर जितना विशाल होगा. उतना ही भव्य भी होगा.