Ayodhya Deepotsav 2024: बुधवार को अयोध्या में दीपोत्सव मनाया गया. इस बार फिर विश्व रिकॉर्ड कायम किया गया. आपको बता दें कि बीते साल 23 लाख दीए जलाकर यह रिकॉर्ड बनाया गया था. इस बार 25 लाख दीए जलाकर रिकॉर्ड बनाया गया. वहीं एक दूसरा रिकॉर्ड भी बनाया गया है. 1100 से ज्यादा संत महंत की ओर से एक साथ सरयू में आरती की गई. आखिरकार दीपक की गिनती किस तरह से की जाती है आइए हम आपको बताते हैं.
किस तरह होती है दीपक की गिनती?
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, इस रिकॉर्ड को दर्ज करने के लिए चार दिन पहले विश्व रिकॉर्ड की टीम पहुंच जाती है. सबसे पहले खाली दीपक रखे जाते हैं. उसकी काउंटिंग होती है. इसे ट्रायल कहा जाता है. इसके बाद ड्राई काउंट किया जाता है. यह एक तरह का सॉफ्टवेयर होता है, जिससे सभी दीपकों की संख्या का पता चलता है. इसके बाद जब दीये जल जाते हैं, तब फिर डिजिटल माध्यम से काउंटिंग होती है. इसके बाद ड्रोन के जरिए उसको काउंट किया जाता है. संतुष्ट होने पर रिजल्ट जारी किया जाता है.
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अयोध्या में बने 2 रिकॉर्ड
गिनीज बुक ऑफ विश्व रिकॉर्ड की टीम ने बताया कि इस बार आठवें दीपोत्सव में अयोध्या में दो विश्व रिकॉर्ड बने हैं. इसमें एक साथ सामूहिक सरयू आरती का रिकॉर्ड भी कायम किया गया. यह पहली बार है कि इस तरह से समारोह को मनाया गया. अयोध्या में बीते सात वर्षों से अयोध्या में सर्वाधिक दीप प्रज्वलित करने का इतिहास रहा है. पिछले साल अयोध्या में 23 हजार दीपक एक साथ प्रज्वलित करने का विश्व रिकॉर्ड टूटा है. इस बार अयोध्या में 25 लाख 12582 दीपक जलाए गए. सोशल मीडिया पर लगातार फोटोज और वीडियोज सामने आ रहे हैं.