Milkipur Seat: अयोध्या की मिल्कीपुर सीट पर जल्द ही उपचुनाव का ऐलान हो सकता है. खबर है कि गोरखनाथ बाबा ने अवधेश प्रसाद के चुनाव के खिलाफ हाई कोर्ट में दाखिल अपनी याचिका वापस लेने का फैसला किया है. हालांकि, इस पूरी प्रक्रिया में एक से दो दिन का वक्त लगेगा. दरअसल, गोरखनाथ बाबा के वकील का कहना है कि उत्तर प्रदेश की मिल्कीपुर सीट पर इसलिए उपचुनाव का ऐलान नहीं किया गया क्योंकि हमने लखनऊ हाईकोर्ट में एक इलेक्शन पिटीशन फाइल की है.
गोरखनाथ बाबा ने आगे बताया कि इस याचिका में हमारी मांग थी कि सांसद बन चुके अवधेश प्रसाद ने जो एफिडेविट फाइल किया था इलेक्शन कमीशन के पास वो फैब्रिकेटेड है. उन्होंने कहा कि जो नोटरी अवधेश प्रसाद ने कराई थी, हमने आऱटीआई से पता लगाया कि उन अधिवक्ता की नोटरी 2011 में एक्सपायर हो गई थी. जबकि 2022 में इसी अधिवक्ता द्वारा नोटरी करवाई गई थी, जिस पर हमने चैलेंज किया था.
एक-दो दिन में याचिका ले लेंगे वापस
वकील ने आगे कहा कि बीच में लोकसभा चुनाव संपन्न होने के बाद अवधेश प्रसाद सांसद बन गए थे, इसलिए हमने याचिका पर ज्यादा जोर नहीं दिया चूंकि मामला पेंडिंग है और न्यायालय ने संज्ञान लिया है तो मिल्कीपुर में चुनाव का ऐलान नहीं किया गया. ऐसे में अब एक-दो दिन में हम याचिका वापस ले लेंगे और उसके बाद चुनाव आयोग को इसकी जानकरी भी दे दी जाएगी.
सोशल मीडिया पर भी फैलाई जा रही थी अफवाह
इसके अलावा मिल्कीपुर में उपचुनाव का ऐलान न होने पर हो रही सोशल मीडिया पर चल रही उल्टी सीधी अफवाह को गलत ठहराते हुए वकील ने कहा कि एक्स पर बहुत सारे लोग इस बात को गलत तरीके से पेश कर रहे हैं कि बीजेपी मिल्कीपुर में चुनाव से डर रही है इसलिए घोषणा नहीं हुई जबकि बिल्कुल ऐसी बात नहीं है. उन्होंने कहा कि चूंकि अवधेश प्रसाद ने विधायकी से इस्तीफा दे दिया है. ऐसे में अब इसको प्रेस करने का भी मतलब नहीं होगा.
इसलिए होने हैं उपचुनाव
बता दें कि मिल्कीपुर सीट सपा नेता अवधेश प्रसाद पासी ने इस्तीफे दे दिया था. इसलिए ये सीट खाली पड़ी हुई है. उन्होंने लोकसभा चुनावों में फैजाबाद संसदीय सीट से सपा के टिकट पर जीत हासिल की थी. इसके बाद यूपी विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था.वहीं सपा ने सांसद अवधेश प्रसाद के पुत्र अजीत प्रसाद को मिल्कीपुर से अपना प्रत्याशी बनाकर मैदान में उतारा है.